सचिन पायलट के बयान से अजमेर के कांग्रेसियों के चेहरे खिल उठे

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

  1. Home
  2. home

सचिन पायलट के बयान से अजमेर के कांग्रेसियों के चेहरे खिल उठे

एसपी मित्तल राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि राज्य के किसी भी मंत्री को लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनाया जाएगा। कांग्रेस ने प्रदेश की 25 में से 19 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। शेष 6 सीटों में


सचिन पायलट के बयान से अजमेर के कांग्रेसियों के चेहरे खिल उठेएसपी मित्तल 
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि राज्य के किसी भी मंत्री को लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं  बनाया जाएगा। कांग्रेस ने प्रदेश की 25 में से 19 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। शेष 6 सीटों में अजमेर की सीट भी शामिल हैं।
पायलट की इस घोषणा से अब अजमेर से स्वयं पायलट और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा की दावेदारी भी समाप्त हो गई है। यही वजह है कि स्थानीय दावेदार डाॅ. श्रीगोपाल बाहेती, रामचन्द्र चौधरी, विजय जैन, राजेन्द्र गुप्ता, धर्मेन्द्र चौधरी, नरेश चौधरी, ललित भाटी आदि के चेहरे खिल उठे हैं। असल में पायलट और रघु की दावेदारी के चलते स्थानीय नेता चुप बैठे हुए थे। इन्हें पता था कि पायलट और रघु के सामने उनकी दावेदारी कोई मायने नहीं रखती है। लेकिन अब जब इन मंत्रियों की दावेदारी खत्म हो गई है, तब स्थानीय नेताओं को टिकिट मिलने की उम्मीद जागी। राजनीति में कुछ भी संभव है, इसलिए कुछ स्थानीय नेताओं को अभी तीन हजार करोड़ के कारोबारी रिजु झुनझुनवाला का डर सता रहा है।
पायलट और रघु ने चुनाव लड़ने से अपना पीछा तो छुड़ा लिया, लेकिन सब जानते हैं कि पायलट और रघु ही रिजु के सबसे बड़े पैरोकार हैं। जानकारों की माने तो रिजु की दावेदारी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के स्तर पर खारिज हो चुकी है, लेकिन पायलट और रघु ने अभी हार नहीं मानी है। इन नेताओं का तर्क है कि स्थानीय कांगे्रसियों की आपसी खींचतान से बचने के लिए रिजु जैसे उद्योगपति को उम्मीदवार बना दिया जावे। पायलट और रघु के सहयोग के चलते ही रिजु ने अजमेर में चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है, लेकिन वहीं स्थानीय कांग्रेसी रिजु की उम्मीदवारी का विरोध भी कर रहे हैं।
ऐसे नेताओं का कहना है कि सभी जाति वर्ग में स्थानीय दावेदार उपलब्ध हैं तो फिर बाहरी व्यक्ति को अजमेर में क्यों थोपा जा रहा है? यह माना कि रिजु तीन हजार करोड़ रुपए के कारोबारी हैं, लेकिन पैसे के दम पर चुनाव जीतना मुश्किल होता है। सूत्रो के अनुसार कांगे्रस हाईकमान के पास पायलट और रघु के नाम के साथ-साथ डेयरी अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी का नाम भी हैं। अजमेर संसदीय क्षेत्र में जाट समुदाय के मतों के विभाजन के लिए चौधरीको भी उम्मीदवार बनाया जा सकता है।
भाजपा ने पूर्व विधायक भागीरथ चौधरी को उम्मीदवार बनाया है। डेयरी अध्यक्ष चौधरी ने रिजु झुनझुनवाला की उम्मीवारी का कड़ा विरोध करते हुए कहा है कि  यदि वैश्य को उम्मीदवार बनाना है तो पूर्व विधायक डाॅ. श्रीगोपाल बाहेती तथा राजपूत वर्ग में प्रदेश सचिव महेन्द्र सिंह रलावता को उम्मीदवार बनाया जावे। हालांकि जाट समुदाय में भी कई दावेदार हैं, लेकिन डेयरी के नेटवर्क की वजह से चौधरी का पलड़ा भारी है।चौधरी गत 25 वर्षों से अजमेर डेयरी के अध्यक्ष हैं। अजमेर संसदीय क्षेत्र में 29 अप्रैल को मतदान होना है और 2 अप्रैल से नामांकन शुरू हो जाएंगे। नामांकन शुरू होने के बाद ही कांगे्रस के उम्मीदवार की घोषणा होंगी।