हमारे देश में जानवरों को इतना महत्व नहीं दिया जाता: जरीन खान

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हमारे देश में जानवरों को इतना महत्व नहीं दिया जाता: जरीन खान

एक्ट्रेस जरीन खान ने कल शाम मुंबई में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुई। ये प्रेस कॉन्फ्रेंस चाइल्ड राइट्स के बारे में थी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए जरीन ने बताया कि चाइल्ड राइट्स के अलावा अगर वो किसी और टॉपिक पर


हमारे देश में जानवरों को इतना महत्व नहीं दिया जाता: जरीन खानएक्ट्रेस जरीन खान ने कल शाम मुंबई में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुई। ये प्रेस कॉन्फ्रेंस चाइल्ड राइट्स के बारे में थी।

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए जरीन ने बताया कि चाइल्ड राइट्स के अलावा अगर वो किसी और टॉपिक पर सुधार लाना चाहती है, तो वो है एनिमल्स, क्योंकि हमारे देश में एनिमल्स को इतना इंपॉर्टेंश नहीं दिया जाता है।

चाइल्ड राइट्स पर प्रेस कॉन्फ्रेंस ने दौरान जब जरीन से पूछा गया कि वे इसके अलावा किस और टॉपिक में बदलाव लाना चाहती है, तो उन्होंने कहा, "पहले तो आज हमने जिस टॉपिक पर बात की वह बहुत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि आज हम जिस समय में जी रहे हैं, डिजिटल मीडिया, बच्चे ऐसी चीजों के बारे में पहले से ही एक्सपोज़्ड हो चुके हैं, जो हमें हमारी उमर में काफी लेट में पता चला था, इसलिए उन चीजों के बारे मे हमें उन्हें बताना चाहिए कि अच्छा क्या है और बुरा क्या है।"

"मुझे याद है हमारे समय में, हमारे पैरेंट्स ने ये सब कभी डिस्कस ही नहीं किया था, क्योंकि शायद उनको लगता था कि ये जरूरी नहीं है, ऐसा नहीं है कि उस समय ऐसी चीजें होती नही थी, होती जरूर थी, लेकिन शायद इतनी बड़ी स्केल पर नहीं होती थी।आजकल तो हर दिन ये सुनने को मिलता है कि 10 या 7 साल की बच्ची का रेप हो गया, किसी ने किसी को गलत तरीके से छुआ, इसलिए इस समय यह बहुत ही महत्वपूर्ण है कि बच्चों को यह बताया जाय कि ये गुड टच है और ये बैड टच। और जब उनके पास उनके पैरेंट्स ना हो तो वो खुद को कैसे बचा सकते हैं।"

"इसके अलावा जो टॉपिक मेरे दिल के बहुत करीब है, वह है एनिमल्स। क्योंकि हमारे देश में एनिमल्स को इतना इंपॉर्टेंश नहीं दिया जाता है, मुझे नही समझ में आता ऐसा क्यों है। जब भी कोई फेस्टिवल आता है तो आप देखते होगें कि कभी कोई उनके मुंह में पटाखे फोड़ते है, तो कभी उनकी दुम पर। हमें यह समझने की जरूरत है कि उनमें भी जीवन है, तो इसलिए मैं एनिमल्स के लिए कुछ करना चाहूंगी, क्योंकि हमारे देश में उनको अच्छे से ट्रीट नही किया जाता है।"