एटीएस कमांडो ने पत्नी से कहासुनी के बाद खुद को गोली से उड़ाया
लखनऊ। पत्नी से हुई कहासुनी के बाद एटीएस केे कमांडो ने लाइसेंसी पस्टिल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मौकेे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। सरोजनीनगर स्थति एटीएस मुख्यालय में हुई घटना से सभी स्तब्ध
लखनऊ। पत्नी से हुई कहासुनी के बाद एटीएस केे कमांडो ने लाइसेंसी पस्टिल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मौकेे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। सरोजनीनगर स्थति एटीएस मुख्यालय में हुई घटना से सभी स्तब्ध हैं। आत्महत्या की वजह तनाव बताई जा रही है। फिलहाल पुलिस ने आत्महत्या की वजह की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक जनपद गोरखपुर के थाना क्षेत्र गगहा के ग्राम चिउठहा निवासी बृजेश कुमार यादव पुत्र सोमनाथ यादव उम्र 40 वर्ष 2006 बैच के आरक्षी और सरोजनीनगर थाना क्षेत्र के अमौसी स्थित एटीएस कार्यालय के हॉस्टल में रह रहे रहे थे। आरक्षी बृजेश कुमार ने मंगलवार की सुबह अपनी सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। सर्विस रिवाल्वर से कनपटी से सटाकर कर चलाई गई गोली सिर के आरपार हो गई।
एटीएस आरआई पवन त्यागी के मुताबिक मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। आत्महत्या का कारण परिवारिक कलह बताया जा रहा । घटना की सूचना पर मौके एटीएस के कई अधिकारी, पुलिस और डाग स्चयड की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया । पुलिस ने शव कब्जे में लेते हुए जांच शुरू कर दी है।
शराब का लती था बृजेश
मिली जानकारी के अनुसार आरक्षी बृजेश शराब का भी आदी था। मौके से एक शराब की बोतल गिलास सर्विस पस्टिल मलिी हैं, जिसमें दो कारतूस थे। साथ ही 12 बोर के 15 कारतूस नाइन एमएम के 32 एक चेम्बर और फर्श पर खोखा पड़ा मिला।
इससे पहले की घटनाएं
29 मई 2018-एटीएस में तैनात एएसपी राजेश साहनी ने ड्यूटी के दौरान खुद को गोली मार ली। विभागीय उत्पीडऩ सामने आया।
09 जून 2018-हरदोई में डायल 100 में तैनात दारोगा राजरतन वर्मा ने आलमबाग स्थित चर्टर में गोली मार ली। यहां भी विभागीय उत्पीडऩ की बात सामने आई।
30 अगस्त 2019-सुरक्षा मुख्यालय में तैनात हेड कांस्टेबल देवी शंकर मिश्रा ने विभागीय उत्पीडऩ से परेशान होकर आत्महत्या कर ली।
2 सितंबर 2019-सहारा स्टेट में रिश्तेदार के घर तबादले से परेशान एएसआइ धर्मेंद्र कुमार मिश्रा ने आत्महत्या कर ली।
आलमबाग निवासी सिपाही राज रतन वर्मा की आत्महत्या में सामने आया कि 20 घंटे की शिफ्ट से परेशान थे।
जानकारी के मुताबिक जनपद गोरखपुर के थाना क्षेत्र गगहा के ग्राम चिउठहा निवासी बृजेश कुमार यादव पुत्र सोमनाथ यादव उम्र 40 वर्ष 2006 बैच के आरक्षी और सरोजनीनगर थाना क्षेत्र के अमौसी स्थित एटीएस कार्यालय के हॉस्टल में रह रहे रहे थे। आरक्षी बृजेश कुमार ने मंगलवार की सुबह अपनी सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। सर्विस रिवाल्वर से कनपटी से सटाकर कर चलाई गई गोली सिर के आरपार हो गई।
एटीएस आरआई पवन त्यागी के मुताबिक मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। आत्महत्या का कारण परिवारिक कलह बताया जा रहा । घटना की सूचना पर मौके एटीएस के कई अधिकारी, पुलिस और डाग स्चयड की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया । पुलिस ने शव कब्जे में लेते हुए जांच शुरू कर दी है।
शराब का लती था बृजेश
मिली जानकारी के अनुसार आरक्षी बृजेश शराब का भी आदी था। मौके से एक शराब की बोतल गिलास सर्विस पस्टिल मलिी हैं, जिसमें दो कारतूस थे। साथ ही 12 बोर के 15 कारतूस नाइन एमएम के 32 एक चेम्बर और फर्श पर खोखा पड़ा मिला।
इससे पहले की घटनाएं
29 मई 2018-एटीएस में तैनात एएसपी राजेश साहनी ने ड्यूटी के दौरान खुद को गोली मार ली। विभागीय उत्पीडऩ सामने आया।
09 जून 2018-हरदोई में डायल 100 में तैनात दारोगा राजरतन वर्मा ने आलमबाग स्थित चर्टर में गोली मार ली। यहां भी विभागीय उत्पीडऩ की बात सामने आई।
30 अगस्त 2019-सुरक्षा मुख्यालय में तैनात हेड कांस्टेबल देवी शंकर मिश्रा ने विभागीय उत्पीडऩ से परेशान होकर आत्महत्या कर ली।
2 सितंबर 2019-सहारा स्टेट में रिश्तेदार के घर तबादले से परेशान एएसआइ धर्मेंद्र कुमार मिश्रा ने आत्महत्या कर ली।
आलमबाग निवासी सिपाही राज रतन वर्मा की आत्महत्या में सामने आया कि 20 घंटे की शिफ्ट से परेशान थे।