BF की उम्र थी 20 साल 4 महीने, विवाह के लिए करना पड़ता 8 माह इंतजार, जिद पर अड़ी युवती ने कर लिया सुसाइड

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BF की उम्र थी 20 साल 4 महीने, विवाह के लिए करना पड़ता 8 माह इंतजार, जिद पर अड़ी युवती ने कर लिया सुसाइड

सूरत। नारी संरक्षण गृह में एक युवती ने बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 36 घंटे पहले ही कतारगाम पुलिस ने उसे यहां भेजा था। घटना के बाद नारी संरक्षण गृह में सनसनी फैल गई। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम


BF की उम्र थी 20 साल 4 महीने, विवाह के लिए करना पड़ता 8 माह इंतजार, जिद पर अड़ी युवती ने कर लिया सुसाइडसूरत। नारी संरक्षण गृह में एक युवती ने बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 36 घंटे पहले ही कतारगाम पुलिस ने उसे यहां भेजा था। घटना के बाद नारी संरक्षण गृह में सनसनी फैल गई। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए सिविल में भेज दिया। पुलिस ने आत्महत्या का मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

कतारगाम पुलिस ने बताया कि रमण नगर निवासी 22 वर्षीया अंकिताबेन सिलाई का काम करती थी। वह कपड़े सिलने के बाद अक्सर ग्राहकों के घर पहुंचाने जाया करती थी। गत पांच फरवरी को दुपट्टा देने के बहाने वह घर से भाग गई। देर रात तक जब वह घर नहीं आई तो परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शनिवार तड़के जूनागढ़ से अंकिता और उसके प्रेमी भावेश को गिरफ्तार किया।

युवती को सूरत लाने के बाद परिजनों ने उसके घर वालों को सूचित किया। थाने में ही अंकिता भावेश से शादी करने की जिद पर अड़ गई और परिजनों के साथ जाने से इनकार कर दिया। शनिवार रात 10:00 बजे पुलिस ने अंकिता को नारी संरक्षण गृह में भेज दिया। हालांकि प्रेमी भावेश की उम्र 20 साल 4 माह होने से दोनों की शादी नहीं हो सकी।

नारी संरक्षण गृह के अधिकारिओं ने बताया कि अंकिता सुबह बाथरूम में गई थी। काफी देर तक वह बाहर नहीं आई तो चिंता होने लगी। एक घंटा बाद बाथरूम के बाहर से उसे आवाज लगाई गई, पर दरवाजा नहीं खुला। जब बाथरूम का दरवाजा तोड़ा गया तो अंकिता रोशनदान में दुपट्टा बांधकर फांसी पर लटकी हुई थी।


मृतका के मामा रसिकभाई प्रजापति ने बताया कि अंकिता के मां-बाप और हम उसे बार-बार घर आने के लिए कहते रहे, पर वह नहीं मानी। युवक से शादी कराने की बात पर भी वह घर आने को तैयार नहीं थी। इसके बाद पुलिस ने अंकिता को नारी संरक्षण गृह भेज दिया था। अंकिता जिस दिन भागी थी उसी दिन घर में किसी पर बात पर विवाद भी हुआ था।