10वीं पास ससुर और अनपढ़ सास ने दिया हौंसला तो बहू अदिति बन गई IAS
आगरा। अनपढ़ सास और दसवीं पास ससुर ने बहू के हौसले बुलंद कर दिए। तो उसने समाज का नाम रोशन कर दिया। कमला नगर के शांति नगर निवासी मंजू अग्रवाल ने बच्चों को पढ़ाया और बहू को IAS बना दिया। सिविल सर्विसेज में अदिति ने पहले प्रयास में ही IAS की परीक्षा पास
आगरा। अनपढ़ सास और दसवीं पास ससुर ने बहू के हौसले बुलंद कर दिए। तो उसने समाज का नाम रोशन कर दिया। कमला नगर के शांति नगर निवासी मंजू अग्रवाल ने बच्चों को पढ़ाया और बहू को IAS बना दिया।
सिविल सर्विसेज में अदिति ने पहले प्रयास में ही IAS की परीक्षा पास की है। उनका कहना है कि मेरी कामयाबी के साथी सास मंजू अग्रवाल, ससुर राजीव अग्रवाल और पति निशांत अग्रवाल हैं।
गाजियाबाद के मोदी नगर के दयावती मोदी पब्लिक स्कूल 12वीं का पढ़ाई करने वाले अदिति बताती हैं कि कालेज के वक्त उनके दोस्तों से प्रेरणा मिली थी और कालेज के पास बने गंदे नाले के पास रहने वालों को देखकर यह फैसला लिया है।
एपीजे स्कूल ऑफ आर्किटेक्ट एंड प्लानिंग ग्रेटर नोएडा से बीआर्क किया है। वर्ष 2015 में उनकी शादी आगरा में निशांत से हो गई। इसके बाद आईएएस की तैयारी शुरू की थी। पहले ही प्रयास में ही सफलता हासिल की है। आइएएस की परीक्षा में 282वीं रैंक हासिल करने वाली अदिति ने बताया कि सिविल सर्विसेज की परीक्षा में बैठने के लिए अभ्यार्थियों को बेसिक मजबूत करना चाहिए।
अदिति कालेज जाते वक्त मोदी नगर में नाले के पास रहने वालों लोगों को देखकर परेशान होती थी। वह उनके लिए काम काम करना चाहती हैं।
सिविल सर्विसेज में अदिति ने पहले प्रयास में ही IAS की परीक्षा पास की है। उनका कहना है कि मेरी कामयाबी के साथी सास मंजू अग्रवाल, ससुर राजीव अग्रवाल और पति निशांत अग्रवाल हैं।
गाजियाबाद के मोदी नगर के दयावती मोदी पब्लिक स्कूल 12वीं का पढ़ाई करने वाले अदिति बताती हैं कि कालेज के वक्त उनके दोस्तों से प्रेरणा मिली थी और कालेज के पास बने गंदे नाले के पास रहने वालों को देखकर यह फैसला लिया है।
एपीजे स्कूल ऑफ आर्किटेक्ट एंड प्लानिंग ग्रेटर नोएडा से बीआर्क किया है। वर्ष 2015 में उनकी शादी आगरा में निशांत से हो गई। इसके बाद आईएएस की तैयारी शुरू की थी। पहले ही प्रयास में ही सफलता हासिल की है। आइएएस की परीक्षा में 282वीं रैंक हासिल करने वाली अदिति ने बताया कि सिविल सर्विसेज की परीक्षा में बैठने के लिए अभ्यार्थियों को बेसिक मजबूत करना चाहिए।
अदिति कालेज जाते वक्त मोदी नगर में नाले के पास रहने वालों लोगों को देखकर परेशान होती थी। वह उनके लिए काम काम करना चाहती हैं।