डबल मर्डर केस में सगे भाई समेत 6 आरोपी गये जेल

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

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डबल मर्डर केस में सगे भाई समेत 6 आरोपी गये जेल

सुलतानपुर। डबल मर्डर केस में छह आरोपियों को गिरफ्तार कर बरामद सामानों के साथ संबंधित अदालतों में पेश किया गया। जिनकी रिमांड स्वीकृत कर संबंधित न्यायाधीशों ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया। मामला पीपरपुर थाना क्षेत्र के वीधापुर-दहि


डबल मर्डर केस में सगे भाई समेत 6 आरोपी गये जेल
सुलतानपुर।  डबल मर्डर केस में छह आरोपियों को गिरफ्तार कर बरामद सामानों के साथ संबंधित अदालतों में पेश किया गया। जिनकी रिमांड स्वीकृत कर संबंधित न्यायाधीशों ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया।
मामला पीपरपुर थाना क्षेत्र के वीधापुर-दहियावां गांव से जुड़ा है। जहां का रहने वाला अमीन व उसका चचेरा भाई इमरान बीते 30 जुलाई को अचानक गायब हो गये। जिनकी लाश अलग-अलग स्थानों पर फेंकी मिली। एक साथ दो युवकों की हुई हत्या की सूचना से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी। मृतकों के परिजनों ने घटना के संबंध में मुकदमा दर्ज कराया। तफ्तीश के दौरान आरोपी अमित पाल, सत्य नरायण पाल, दिलीप उर्फ दीपू निवासीगण गड़ेरियन का पुरवा, आफताब निवासी खानजादा का पुरवा-दहियावां, अफजल व असलम निवासीगण गड़ेरियन का पुरवा-गुडऱी का नाम प्रकाश में आया। पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक अमीन व इरफान का व्यवहार लोगों के प्रति ठीक नहीं था। उनकी दबंगई, लोगों से बदसलूकी व शराब पिलाने के लिए जबरन दबाव बनाने की चर्चायें आम थी। विवादित रोल होने के चलते कोई उनके खिलाफ मुंह भी नहीं खोलता था। जिसका नतीजा रहा कि अमीन व इरफान के व्यवहार से परेशान आरोपियों ने अंदर ही अंदर उन्हें खत्म कर डालने का प्लान बना लिया और उन्हें धोखे से बुलाकर कुल्हाड़ी से मार डाला। आरोपियों ने साक्ष्य मिटाने की नीयत से शव को भी गोसाईगंज थाना क्षेत्र स्थित नहर में फेंक दिया। दोनों शवों की बरामदगी अलग-अलग दिन अलग-अलग स्थानों पर हुई। थानाध्यक्ष श्याम सुंदर ने बताया कि किशोर दीपू उर्फ दिलीप,अमित पाल व आफताब को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया,वहीं अन्य तीनों आरोपियों को सीजेएम अनुराग कुरील की अदालत में पेश किया गया। आरोपियों की निशादेही पर हत्या में प्रयुक्त बोलेरो,बाइक,कुल्हाड़ी व अन्य हथियार भी बरामद कर लिए गये हैं। संबंधित अदालतों ने आरोपियों की रिमांड स्वीकृत कर उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया।