PUBG खेलने की लत इतनी खतरनाक, ICU में करवाना पड़ा भर्ती!
नई दिल्ली। तेलंगाना के वनपार्थी जिले में ऑनलाइन गेम पबजी के कारण 19 साल के किशोर की जान खतरे में पड़ गई। बीएससी सेकंड ईयर के इस छात्र को सिटी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती करवाना पड़ा। डॉक्टर्स का कहना है कि किशोर के दिमाग में लगातार ऑनलाइन गेम खेलने
नई दिल्ली। तेलंगाना के वनपार्थी जिले में ऑनलाइन गेम पबजी के कारण 19 साल के किशोर की जान खतरे में पड़ गई। बीएससी सेकंड ईयर के इस छात्र को सिटी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती करवाना पड़ा।
डॉक्टर्स का कहना है कि किशोर के दिमाग में लगातार ऑनलाइन गेम खेलने के कारण ब्रेन क्लॉट्स बन गए थे। उसका वजन अचानक कम हो गया था। न्यूट्रिशन खराब था और वह डिहाइड्रेशन का शिकार हो गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार डॉक्टर्स ने यह भी बताया कि पब्जी गेम में कॉम्पिटिशन के कारण वह मानसिक तनाव से भी गुजर रहा था। हालांकि कुछ दिन इलाज के बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया।
इस किशोर को उस समय अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जब उसके दाएं हाथ-पैर ने काम करना बंद दिया था। किशोर के माता-पिता ने बताया कि किशोर पबजी खेलने में इतना व्यस्त रहता था कि वो न ही समय पर सोता था, न ही कुछ खाता-पीता था। माता-पिता उसकी इस आदत से परेशान तो थे, लेकिन उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि उनके बच्चे पर इसका इतना दुष्प्रभाव पड़ेगा। पेरेंटस का कहना है कि जब भी समय मिलता था, किशोर ऑनलाइन गेम खेलने लगता था।
डॉक्टर्स का कहना है कि किशोर के दिमाग में लगातार ऑनलाइन गेम खेलने के कारण ब्रेन क्लॉट्स बन गए थे। उसका वजन अचानक कम हो गया था। न्यूट्रिशन खराब था और वह डिहाइड्रेशन का शिकार हो गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार डॉक्टर्स ने यह भी बताया कि पब्जी गेम में कॉम्पिटिशन के कारण वह मानसिक तनाव से भी गुजर रहा था। हालांकि कुछ दिन इलाज के बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया।
इस किशोर को उस समय अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जब उसके दाएं हाथ-पैर ने काम करना बंद दिया था। किशोर के माता-पिता ने बताया कि किशोर पबजी खेलने में इतना व्यस्त रहता था कि वो न ही समय पर सोता था, न ही कुछ खाता-पीता था। माता-पिता उसकी इस आदत से परेशान तो थे, लेकिन उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि उनके बच्चे पर इसका इतना दुष्प्रभाव पड़ेगा। पेरेंटस का कहना है कि जब भी समय मिलता था, किशोर ऑनलाइन गेम खेलने लगता था।