15 अगस्त को लाल चौक पर झंडा फहरा सकते हैं अमित शाह

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15 अगस्त को लाल चौक पर झंडा फहरा सकते हैं अमित शाह

जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद घाटी में इस बार का स्वतंत्रता दिवस खास होने वाला है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल चौक पर तिरंगा फहरा सकते हैं। इधर जम्मू एवं कश्मीर के प्रधान सचिव (योजना) रोहित कंसल


15 अगस्त को लाल चौक पर झंडा फहरा सकते हैं अमित शाह
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद घाटी में इस बार का स्वतंत्रता दिवस खास होने वाला है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल चौक पर तिरंगा फहरा सकते हैं। इधर जम्मू एवं कश्मीर के प्रधान सचिव (योजना) रोहित कंसल ने मंगलवार को कहा कि जम्मू एवं कश्मीर के साथ ही लद्दाख के सभी जिलों में स्वतंत्रता दिवस समारोह भव्य तरीके से मनाया जाएगा। इसके लिए ड्रेस रिहर्सल चल रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर लाल चौक पर तिरंगे को फहराने के श्रीनगर रवाना हो सकते हैं। गुरुवार को अमित शाह के श्रीनगर दौरे के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए।
हालांकि, जम्मू और कश्मीर के दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेशों के विभाजन के बाद जम्मू और कश्मीर पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों ने अभी तक अमित शाह की बहुप्रतीक्षित पहली यात्रा की पुष्टि नहीं की है। सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल वर्तमान में घाटी में स्थिति की निगरानी कर रहे हैं, जो स्वतंत्रता दिवस पर लाल चौक पर मौजूद हो सकते हैं।
इधर नई दिल्ली में गृह मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि अमित शाह के घाटी की यात्रा की उम्मीद है, मगर सटीक तारीखों को फिलहाल मीडिया के साथ साझा नहीं किया जा सकता है। यह एक सुरक्षा का मसला है। दोनों देशों (भारत-पाकिस्तान) के बीच तनाव के बीच गृह मंत्री की यात्रा की जानकारी अग्रिम रूप से सबके सामने नहीं लाया जा सकता।
दरअसल, गृह मंत्री आमतौर पर सीमा सुरक्षा बल के विमान से यात्रा करते हैं और उनकी यात्रा का कार्यक्रम अंतिम समय में सरकारी एजेंसियों के साथ साझा किया जाता है, जिसमें केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल शामिल है, जो देश में हवाई अड्डों की सुरक्षा करता है। लेटेस्ट खुफिया सूचनाओं के अनुसार, अमित शाह को खतरा हो सकता है।
बता दें कि जम्मू एवं कश्मीर में इतने बड़े पैमाने पर स्वतंत्रता दिवस समारोह पहली बार मनाया जाएगा। इससे पहले आधिकारिक स्तर के कार्यक्रम श्रीनगर के स्टेडियम में कड़ी सुरक्षा के बीच होते थे। भारत की ओर से जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 को रद्द करने के बाद स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारियां की जा रही हैं और इसके लिए पूवार्भ्यास किया जा रहा है। केंद्र द्वारा लिए गए इस फैसले के बाद अब राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू एवं कश्मीर और लद्दाख में विभाजित किया गया है।