भाजपा दलितों को कर रही गुमराह : मायावती

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भाजपा दलितों को कर रही गुमराह : मायावती

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग दलितों को गुमराह कर रहे हैं। मायावती ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा, मो


भाजपा दलितों को कर रही गुमराह : मायावती
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग दलितों को गुमराह कर रहे हैं। मायावती ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा, मोदी सरकार दलित विरोधी है। भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले पांच साल में बसपा को बदनाम करने की हर कोशिश की, लेकिन विफल रहे क्योंकि उनका हिसाब खुली किताब की तरह है। भाजपा के लोग दलितों को गुमराह करने में लगे हुए हैं, इनके बहकावे में आने की जरूरत नहीं है।
मोदी के बेनामी संपत्ति के आरोप के जवाब में मायावती ने कहा, पीएम मोदी शालीनताओं को पार कर चुके हैं, वह बसपा को बहनजी की संपत्ति पार्टी कहने में घबराते नहीं हैं। बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास जो कुछ भी है, वह शुभचिंतकों और समाज के लोगों ने दिया है और सरकार से कुछ भी छिपा नहीं है। सबसे ज्यादा बेनामी संपत्ति वाले लोग भाजपा से जुड़े हैं। इनका हिसाब-किताब कालीन के अंदर छिपा है।
मायावती ने कहा कि मोदी सिर्फ कागजों पर ही ईमानदार नजर आते हैं, ठीक ओबीसी के दावे की तरह। मोदी वास्तव में कुछ और हैं और जनता के सामने कुछ और बनने की कोशिश करते हैं। मायावती ने मोदी के दलित की नहीं दौलत की बेटी के आरोप पर कहा कि यह उनका असली चेहरा दिखाता है जिनकी मानसिकता दलितों के प्रति घोर जातिवादी है। ये लोग सदियों से पीडि़त शोषित समाज को थोड़ा भी आगे बढऩा नहीं देखना चाहते। मायावती ने कहा, मैं यूपी की चार बार मुख्यमंत्री रही हूं, लेकिन मेरी शानदार विरासत रही है। नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, उस समय का उनका शासनकाल भाजपा और देश की संप्रभुता पर एक काला धब्बा है, जबकि हमारी सरकार में उत्तर प्रदेश दंगों और अराजकता से मुक्त था।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बलिया में एक जनसभा के दौरान कहा था कि महामिलावटी लोगों के पास नामी और बेनामी संपत्तियों का अंबार लगा है। महामिलावटी लोगों ने राजनीति के नाम पर अपने और अपने रिश्तेदारों के लिए बंगले खड़े किए। एजेंसियां इसका हिसाब ले रही हैं।