CBSE Class 12 Result 2019: जिले की बेटी ने रच दिया इतिहास, अब IAS बनने का जज्बा

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

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CBSE Class 12 Result 2019: जिले की बेटी ने रच दिया इतिहास, अब IAS बनने का जज्बा

राम मिश्रा, अमेठी जरूरी नही रोशनी चिरागों से ही हो, बेटियाँ भी घर में उजाला करती हैं ।। 'म्हारी छोरिया छोरों से कम है के' दंगल फिल्म का यह डायलॉग आप सभी के जहन में होगा और इसको वास्तविक जीवन में चरितार्थ किया है अमेठी जिले की एक बेटी ने । कहते हैं म


CBSE Class 12 Result 2019: जिले की बेटी ने रच दिया इतिहास, अब IAS बनने का जज्बा
राम मिश्रा, अमेठी
जरूरी नही रोशनी चिरागों से ही हो,
बेटियाँ भी घर में उजाला करती हैं ।।

'म्हारी छोरिया छोरों से कम है के' दंगल फिल्म का यह डायलॉग आप सभी के जहन में होगा और इसको वास्तविक जीवन में चरितार्थ किया है अमेठी जिले की एक बेटी ने ।

कहते हैं मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है ।
पंखों से कुछ नहीं होता हौंसलों से उड़ान होती है ।।

अपने दृढ़ संकल्प और सच्ची लगन से एक बेटी ने जिले का नाम रोशन किया है हम बात कर रहे हैं लोहरता गाँव निवासी स्वस्ति मिश्रा की जिसने गुरुवार को जारी हुए कक्षा 12वीं सीबीएसइ के परिणाम में 96.6 फीसद अंक प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया है और इस बेटी ने यह बात सिद्ध कर दी है कि बेटियां आज भी लड़कों से कहीं आगे हैं स्वस्ति के इस प्रदर्शन से अभिभावकों की खुशी का ठिकाना नहीं है वहीं जिले के लोग भी छात्रा के इस प्रदर्शन पर अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं स्वस्ति आगे चलकर प्रशासनिक सेवा में अपना भविष्य बनाना चाहती है यह कोई पहला अवसर नहीं है जब किसी बेटी ने मान बढ़ाया है पिछले कुछ वर्षों से लगातार बेटियां अभिभावक और समाज की कसौटी पर खरी उतर रहीं हैं।

जिले का नाम किया नाम रोशन
लोहरता गांव निवासी विद्युत विभाग के पूर्व एसडीओ राम शंकर मिश्र की पौत्री और दीपक मिश्र की बेटी स्वस्ति मिश्रा ने सीबीएससी इंटरमीडियट परीक्षा में 96.6 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जिले का मान बढ़ाया है आपको बता दे कि स्वस्ति हौजखास नई दिल्ली के लक्ष्मण पब्लिक स्कूल की छात्रा है और 12वीं में  मानविकी विषय से 483/500 अंक प्राप्त किया है समाजसेवी इकबाल हैदर,फौजी रमेशचंद्र मिश्र,सरिता मिश्रा,दद्दन मिश्र आदि जनपदवासियो ने अमेठी के इस बेटी के उज्जवल भविष्य की कामना की है ।

मन लगाकर की है मेहनत
स्वस्ति ने पढ़ाई को कभी भी हल्के से नहीं लिया जब भी पढ़ाई के लिए बैठती तो एकाग्रचित होकर स्वस्ति ने अपनी दिनचर्या को साझा करते हुए कहा कि सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई करती और शाम को भी कई घंटे समय देती,जो भी कठिनाई उसे पढ़ाई के दौरान लगती तो दूसरे दिन स्कूल पहुंचकर टीचर से उसका समाधान करतीं।

माता-पिता ने किया प्रेरित
हर बच्चे की सफलता के पीछे माता-पिता और गुरुजनों का अहम रोल होता है स्वस्ति की मानें तो उनके घर के सभी लोगो ने हमेशा उसके हौंसले को बढ़ाया है समय-समय पर घर के सभी लोग पढ़ाई के लिए उसे प्रेरित करते और पापा भी हमेशा उसकी जरुरतों को पूरा करते और बेटी को अच्छी पढ़ाई के लिए प्रेरित करते हैं।

आइएएस बनना चाहती है बेटी
स्वस्ति से उसकी सफलता को लेकर बातचीत की तो स्वस्ति का कहना था कि उसका सपना है कि आइएएस बनूं उसे लोगों का दर्द देखा नहीं जाता वह चाहती है कि प्रशासनिक सेवा में आकर समाज और देश के लिए कुछ अलग कर सकूं स्वस्ति ने कहा कि वह दृढ़ संकल्प के साथ आगे भी मेहनत करेगी और उसे भरोसा है कि एकदिन वह जरुर अपने सपने को पूरा करेगी ।