इंजीनियरिंग छात्रों ने बनाया महिला सुरक्षा के लिए ‘सैंडल ड्रोन’, ऐसे करेगा काम...
भारत में महिलाओं की सुरक्षा लगातार संदेह के घेरे में रही है।आए दिन महिलाओं पर हो रहे जघन्य अपराधों की खबरें सुनने को मिलती हैं। सरकार इस पर पुरी तरह लगाम लगाने में अब तक नाकाम है।ऐसे में मुरादाबाद के इंजीनियरिंग के छात्रों ने महिला सुरक्षा को ध्यान
भारत में महिलाओं की सुरक्षा लगातार संदेह के घेरे में रही है।आए दिन महिलाओं पर हो रहे जघन्य अपराधों की खबरें सुनने को मिलती हैं।
सरकार इस पर पुरी तरह लगाम लगाने में अब तक नाकाम है।ऐसे में मुरादाबाद के इंजीनियरिंग के छात्रों ने महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक ‘सेंडल ड्रोन’ बनाया है।जो पुरी तरह जीपीएस ओपरेट होगा।छात्रों का दावा है कि इससे अब महिलाएं अपने आप को सुरक्षित महसूस करेंगी।
इस अनोखे प्रोजेक्ट को छात्रों ने ‘फ्लाइंग पुलिस और महिला रक्षा प्रणाली’ नाम दिया है।यह ड्रोन जीपीएस तकनीक की मदद से हमेशा उपयोग में लाने वाली महिला से जुड़ा रहेगा जो संकेत मिलने पर बिजली के झटके पर काम करेगा।
इस प्रोजेक्ट में शामिल छात्रों में से एक, दिवाकर शर्मा ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, “भारत में, बलात्कार और यौन हमले एक बड़ी समस्या है। इसलिए हमने सुरक्षा प्रणाली बनाने के लिए एक सेंडल और ड्रोन का उपयोग किया है। सेंडल को ड्रोन के पैनिक बटन से जोड़ा गया है।जिसे जरूरत पड़ने पर प्रेस करने से ट्रिगर किया जा सकता है। उस बटन के प्रेस के साथ ही, सैंडल एक इलेक्ट्रिक सोक पैदा करेगी जिसका उपयोग महिला अपने हमलावर को मारने के लिए कर सकती है। ”
उन्होंने यह भी बताया कि यह ड्रोन और नजदीकी पुलिस स्टेशन के साथ कैसे जुड़ा होगा। “यह एक संदेश के साथ लड़की के स्थान को उसके परिवार और पुलिस को भेजेगा। यह एक विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए ड्रोन को एक संकेत भी भेजेगा। एक बार एक संकट संकेत भेजे जाने पर एक ड्रोन जीपीएस का उपयोग कर महिला की ओर उड़ जाएगा और आवाज करेगा। एक अलार्म जिससे आस-पास के लोग मदद के लिए आगे आ सकें। ड्रोन वीडियो भी रिकॉर्ड करेगा जो बाद में उनकी जांच में पुलिस की मदद करेगा। ”
प्रोफेसर जिनके मार्गदर्शन में छात्रों ने परियोजना को पूरा किया, उन्होंने कहा कि नई तकनीक को बाजार के लिए एक उत्पाद में परिवर्तित किया जा सकता है।कॉलेज इसे पेटेंट करने और कुछ लड़कियों को इसका उपयोग करने के लिए एक प्रोटोटाइप प्रदान करने की योजना बना रहा है।
सरकार इस पर पुरी तरह लगाम लगाने में अब तक नाकाम है।ऐसे में मुरादाबाद के इंजीनियरिंग के छात्रों ने महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक ‘सेंडल ड्रोन’ बनाया है।जो पुरी तरह जीपीएस ओपरेट होगा।छात्रों का दावा है कि इससे अब महिलाएं अपने आप को सुरक्षित महसूस करेंगी।
इस अनोखे प्रोजेक्ट को छात्रों ने ‘फ्लाइंग पुलिस और महिला रक्षा प्रणाली’ नाम दिया है।यह ड्रोन जीपीएस तकनीक की मदद से हमेशा उपयोग में लाने वाली महिला से जुड़ा रहेगा जो संकेत मिलने पर बिजली के झटके पर काम करेगा।
इस प्रोजेक्ट में शामिल छात्रों में से एक, दिवाकर शर्मा ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, “भारत में, बलात्कार और यौन हमले एक बड़ी समस्या है। इसलिए हमने सुरक्षा प्रणाली बनाने के लिए एक सेंडल और ड्रोन का उपयोग किया है। सेंडल को ड्रोन के पैनिक बटन से जोड़ा गया है।जिसे जरूरत पड़ने पर प्रेस करने से ट्रिगर किया जा सकता है। उस बटन के प्रेस के साथ ही, सैंडल एक इलेक्ट्रिक सोक पैदा करेगी जिसका उपयोग महिला अपने हमलावर को मारने के लिए कर सकती है। ”
उन्होंने यह भी बताया कि यह ड्रोन और नजदीकी पुलिस स्टेशन के साथ कैसे जुड़ा होगा। “यह एक संदेश के साथ लड़की के स्थान को उसके परिवार और पुलिस को भेजेगा। यह एक विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए ड्रोन को एक संकेत भी भेजेगा। एक बार एक संकट संकेत भेजे जाने पर एक ड्रोन जीपीएस का उपयोग कर महिला की ओर उड़ जाएगा और आवाज करेगा। एक अलार्म जिससे आस-पास के लोग मदद के लिए आगे आ सकें। ड्रोन वीडियो भी रिकॉर्ड करेगा जो बाद में उनकी जांच में पुलिस की मदद करेगा। ”
प्रोफेसर जिनके मार्गदर्शन में छात्रों ने परियोजना को पूरा किया, उन्होंने कहा कि नई तकनीक को बाजार के लिए एक उत्पाद में परिवर्तित किया जा सकता है।कॉलेज इसे पेटेंट करने और कुछ लड़कियों को इसका उपयोग करने के लिए एक प्रोटोटाइप प्रदान करने की योजना बना रहा है।
Students: Once a distress signal is sent a drone will fly towards the user using the GPS, it will sound an alarm so people who are nearby can come forward to help. The drone will also record video that will help police in their investigation later on. (3.6.19) pic.twitter.com/GTf5lnXjdn— ANI UP (@ANINewsUP) 3 June 2019