ताजमहल में 3 घंटे से ज्यादा रुकने पर देना होगा अतिरिक्त चार्ज
ताजमहल पर आज मंगलवार से टिकट की जगह पर्यटकों को मैग्नेटिक क्वॉइन देने की शुरुआत हो गयी है। क्वॉइन के साथ उन्हें टिकट के मूल्य की रसीद दी जा रही है। क्वॉइन को टर्न स्टाइल गेट पर स्कैन करने के बाद पर्यटकों को प्रवेश मिल रहा है। मुख्य मकबरे पर रसीद से
ताजमहल पर आज मंगलवार से टिकट की जगह पर्यटकों को मैग्नेटिक क्वॉइन देने की शुरुआत हो गयी है। क्वॉइन के साथ उन्हें टिकट के मूल्य की रसीद दी जा रही है। क्वॉइन को टर्न स्टाइल गेट पर स्कैन करने के बाद पर्यटकों को प्रवेश मिल रहा है। मुख्य मकबरे पर रसीद से प्रवेश हो रहा है।
आज से स्मारक में पर्यटकों पर तीन घंटे तक ही रुकने का नियम भी लागू हो गया है। ताजमहल पर मैग्नेटिक क्वॉइन की शुरुआत के साथ ही पर्यटकों पर अधिकतम तीन घंटे तक रुकने की वैधता अवधि भी मंगलवार से लागू हो गई।
मैग्नेटिक क्वॉइन पर्यटकों को देना शुरू हो चुका है। तीन घंटे से अधिक समय तक स्मारक में रुकने वाले पर्यटकों को रीचार्ज कराना होगा। फिलहाल अभी दो दिन इसका परीक्षण चल रहा है। इसके बाद इसे पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा। टर्न स्टाइल गेट की शुरुआत में एक वर्ष का विलंब हो चुका है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ताजमहल पर भीड़ प्रबंधन के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण प्रयास कर रहा है। दिसंबर में मुख्य मकबरे पर 200 रुपये का अतिरिक्त टिकट लगाने के बाद अब टर्न स्टाइल गेट की शुरुआत की गई है। शनिवार से स्मारक पर ट्रायल चल रहा था। मंगलवार सुबह से ताज पर पर्यटकों को मैग्नेटिक क्वॉइन देने शुरू कर दिए गए। इन्हें टर्न स्टाइल गेट पर स्कैन करने के बाद ही वे स्मारक में प्रवेश कर पा रहे हैं। लौटते समय भी एग्जिट गेट पर क्वॉइन को स्कैन किया जा रहा है।
क्वॉइन स्कैन होने के बाद ही गेट खुलता है। इसके साथ ही पर्यटकों पर ताजमहल में अधिकतम तीन घंटे तक रुकने का नियम भी लागू हो चुका है। अगर कोई पर्यटक तीन घंटे से अधिक समय तक स्मारक में रुकेगा तो क्वॉइन स्कैन करने पर एग्जिट गेट नहीं खुलेगा। पर्यटकों को दोबारा रीचार्ज कराना होगा।
इसके लिए एएसआइ ने पूर्वी व पश्चिमी दोनों गेटोंं पर एग्जिट गेट के पास रीचार्ज काउंटर बनाए हैं। यहां से पर्यटक मैग्नेटिक क्वॉइन को दोबारा रीचार्ज करा सकते हैं। दो दिन तक परीक्षण के बाद इसे प्रभावी तरीके से लागू कर दिया जाएगा।अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि ताजमहल पर मंगलवार सुबह से मैग्नेटिक क्वॉइन पर्यटकों को दिए गए हैं। स्मारक में प्रवेश और बाहर आते समय पर्यटकों को उसे टर्न स्टाइल गेट पर स्कैन करना होगा।
आज से स्मारक में पर्यटकों पर तीन घंटे तक ही रुकने का नियम भी लागू हो गया है। ताजमहल पर मैग्नेटिक क्वॉइन की शुरुआत के साथ ही पर्यटकों पर अधिकतम तीन घंटे तक रुकने की वैधता अवधि भी मंगलवार से लागू हो गई।
मैग्नेटिक क्वॉइन पर्यटकों को देना शुरू हो चुका है। तीन घंटे से अधिक समय तक स्मारक में रुकने वाले पर्यटकों को रीचार्ज कराना होगा। फिलहाल अभी दो दिन इसका परीक्षण चल रहा है। इसके बाद इसे पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा। टर्न स्टाइल गेट की शुरुआत में एक वर्ष का विलंब हो चुका है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ताजमहल पर भीड़ प्रबंधन के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण प्रयास कर रहा है। दिसंबर में मुख्य मकबरे पर 200 रुपये का अतिरिक्त टिकट लगाने के बाद अब टर्न स्टाइल गेट की शुरुआत की गई है। शनिवार से स्मारक पर ट्रायल चल रहा था। मंगलवार सुबह से ताज पर पर्यटकों को मैग्नेटिक क्वॉइन देने शुरू कर दिए गए। इन्हें टर्न स्टाइल गेट पर स्कैन करने के बाद ही वे स्मारक में प्रवेश कर पा रहे हैं। लौटते समय भी एग्जिट गेट पर क्वॉइन को स्कैन किया जा रहा है।
क्वॉइन स्कैन होने के बाद ही गेट खुलता है। इसके साथ ही पर्यटकों पर ताजमहल में अधिकतम तीन घंटे तक रुकने का नियम भी लागू हो चुका है। अगर कोई पर्यटक तीन घंटे से अधिक समय तक स्मारक में रुकेगा तो क्वॉइन स्कैन करने पर एग्जिट गेट नहीं खुलेगा। पर्यटकों को दोबारा रीचार्ज कराना होगा।
इसके लिए एएसआइ ने पूर्वी व पश्चिमी दोनों गेटोंं पर एग्जिट गेट के पास रीचार्ज काउंटर बनाए हैं। यहां से पर्यटक मैग्नेटिक क्वॉइन को दोबारा रीचार्ज करा सकते हैं। दो दिन तक परीक्षण के बाद इसे प्रभावी तरीके से लागू कर दिया जाएगा।अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि ताजमहल पर मंगलवार सुबह से मैग्नेटिक क्वॉइन पर्यटकों को दिए गए हैं। स्मारक में प्रवेश और बाहर आते समय पर्यटकों को उसे टर्न स्टाइल गेट पर स्कैन करना होगा।