खुद को 'जिंदा' दिखाने को किसान को काटने पड़ रहे तहसील के चक्कर

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खुद को 'जिंदा' दिखाने को किसान को काटने पड़ रहे तहसील के चक्कर

जसपुर। स्वयं को जिंदा दिखाने को एक किसान तहसील के चक्कर काट रहा है। उसने एसडीएम से खतौनी में उसका नाम दर्ज करने की गुहार लगाई है। एसडीएम ने तहसीलदार को जांच कर दोषियों के विरूद्व कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मामला पूरे दिन चर्चा में रहा। ग्राम धरमप


खुद को 'जिंदा' दिखाने को किसान को काटने पड़ रहे तहसील के चक्कर
जसपुर।  स्वयं को जिंदा दिखाने को एक किसान तहसील के चक्कर काट रहा है। उसने एसडीएम से खतौनी में उसका नाम दर्ज करने की गुहार लगाई है। एसडीएम ने तहसीलदार को जांच कर दोषियों के विरूद्व कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मामला पूरे दिन चर्चा में रहा।
ग्राम धरमपुर निवासी करन सिंह पुत्र हरकेश सिंह की गांव में भूमि है। उस भूमि को उसने तहसील अभिलेखों में सहखातेदार के रूप में भी दर्ज कराया था। बताते है कि गांव में करन सिंह पुत्र चिरमोली की मृत्यु होने पर वर्ष 2005 में हल्का लेखपाल एवं तहसील लिपिक ने जांच किए बिना ही उसकी आराजी के नंबरान में उसे मृत दर्ज कर दिया। बताते है कि पिछले साल गन्ने की सप्लाई बढ़ाने के लिए करन सिंह को खतौनी की जरूरत पड़ी। तहसील से खतौनी निकलवाने पर उसके नाम के आगे मृतक लिखा होने पर उसके पैरों से जमीन खिसक गई। करन सिंह ने तत्कालीन एसडीएम से भी मामले में शिकायत कर नाम ठीक कराने की गुहार लगाई। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। करन सिंह ने नाम ठीक कराने को एसडीएम एवं तहसील दफ्तर के कई चक्कर लगाये। लेकिन खतौनी में सुधार नहीं हुआ। गुरूवार को करन सिंह ने एसडीएम सुंदर सिंह को  प्रार्थना पत्र देकर स्वयं को जिंदा बताते हुए खतौनी में उसका नाम चढ़ाने की बात कही। एसडीएम ने तत्काल तहसीलदार को बुलाकर मामले में जांच कर दोषियों के विरूद्व कार्रवाई करने के निर्देश दिए। एसडीएम सुंदर सिंह ने बताया कि प्रकरण में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।