पढ़ाई के खिलाफ थे पिता, टॉपर बनी खाना बनाने वाले की बेटी
17 वर्षीय सना नियाज के परिवार के पास अपनी बेटी पर गर्व करने की एक और वजह है। पुरानी दिल्ली में रहने वाली 17 वर्षीय सना ने सीबीएसई की तरफ से सरकारी स्कूलों के छात्रों में टॉप किया है। जामा मस्जिद के पास उर्दू मीडियम गर्ल्स स्कूल में पढ़ने वाली सना सी
17 वर्षीय सना नियाज के परिवार के पास अपनी बेटी पर गर्व करने की एक और वजह है। पुरानी दिल्ली में रहने वाली 17 वर्षीय सना ने सीबीएसई की तरफ से सरकारी स्कूलों के छात्रों में टॉप किया है।
जामा मस्जिद के पास उर्दू मीडियम गर्ल्स स्कूल में पढ़ने वाली सना सीबीएसई कक्षा 12वीं में दिल्ली सरकार के सभी स्कूलों के छात्रों में टॉप स्कोरर रही। परीक्षा परिणाम गुरुवार को घोषित किया गया था। बता दें कि सना ने परीक्षा में 97.6 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं।
सना ने सर्वोदय कन्या विद्यालय नंबर-2 के उसी स्कूल से पढ़ाई की है जहां से उसकी बाकी तीनों बहनें पढ़ी हैं। सना की एक छोटी बहन और है जो इस समय नौवीं क्लास में पढ़ रही है। सना की बड़ी बहन उमरा ने भी दो साल पहले 12 वीं क्लास में टॉप किया था।
सना के पिता मटिया महल के प्रसिद्ध अल जवाहर रेस्तरां में एक खाना बनाने का काम करते हैं, वहीं मां गृहिणी हैं जिन्होंने केवल आठवीं क्लास तक पढ़ाई की है। सना ने बताया कि उसने कभी कोई ट्यूशन क्लास नहीं ली। अगर उसे किसी भी तरह का कोई डाउट होता था तो वह अपनी बड़ी बहनों की मदद लेती थी।
जामा मस्जिद के पास उर्दू मीडियम गर्ल्स स्कूल में पढ़ने वाली सना सीबीएसई कक्षा 12वीं में दिल्ली सरकार के सभी स्कूलों के छात्रों में टॉप स्कोरर रही। परीक्षा परिणाम गुरुवार को घोषित किया गया था। बता दें कि सना ने परीक्षा में 97.6 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं।
सना ने सर्वोदय कन्या विद्यालय नंबर-2 के उसी स्कूल से पढ़ाई की है जहां से उसकी बाकी तीनों बहनें पढ़ी हैं। सना की एक छोटी बहन और है जो इस समय नौवीं क्लास में पढ़ रही है। सना की बड़ी बहन उमरा ने भी दो साल पहले 12 वीं क्लास में टॉप किया था।
सना के पिता मटिया महल के प्रसिद्ध अल जवाहर रेस्तरां में एक खाना बनाने का काम करते हैं, वहीं मां गृहिणी हैं जिन्होंने केवल आठवीं क्लास तक पढ़ाई की है। सना ने बताया कि उसने कभी कोई ट्यूशन क्लास नहीं ली। अगर उसे किसी भी तरह का कोई डाउट होता था तो वह अपनी बड़ी बहनों की मदद लेती थी।