दोस्त अरुण को अंतिम विदाई नहीं दे सका, मेरे दिल पर इसका बोझ हमेशा रहेगा: PM मोदी

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दोस्त अरुण को अंतिम विदाई नहीं दे सका, मेरे दिल पर इसका बोझ हमेशा रहेगा: PM मोदी

नई दिल्ली। यहां जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आज यानि मंगलवार को पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे। प्रधानमंत्री के अलावा भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्


दोस्त अरुण को अंतिम विदाई नहीं दे सका, मेरे दिल पर इसका बोझ हमेशा रहेगा: PM मोदी
नई दिल्ली। यहां जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आज यानि मंगलवार को पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे। प्रधानमंत्री के अलावा भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत और भी कई बड़े नेता पहुंचे।
यहां पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक दिन ऐसा आएगा जब मुझे अपने दोस्त को श्रद्धांजलि देनी पड़ेगी। हम दोनों कई सालों से दोस्त थे, लेकिन मैं उन्हें अंतिम विदाई नहीं दे सका। मेरे दिल पर इसका बोझ हमेशा रहेगा।
इस दौरान भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि विपक्षी दलों की यहां मौजूदगी बताती है कि उनमें सभी के साथ काम करने की काबिलियत थी। छात्र जीवन के दौरान जब दूसरे छात्र अपने करियर पर फोकस कर रहे थे, वह 19 महीने के लिए जेल गए थे। गौरतलब है कि अरुण जेटली का निधन 24 अगस्त को दोपहर 12 बजे दिल्ली के एम्स में हुआ था। 25 अगस्त को दिल्ली के निगमबोध घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया था। 66 साल के पूर्व वित्त मंत्री जेटली को सांस लेने में दिक्कत और बेचैनी की शिकायत के बाद नौ अगस्त को एम्स लाया गया था। एम्स ने 10 अगस्त के बाद से जेटली के स्वास्थ्य पर कोई बुलेटिन जारी नहीं किया था। जेटली ने खराब स्वास्थ्य के चलते 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था।
इस साल मई में उन्हें इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया गया था। बाद में उन्हें छुट्टी दे दी गई थी। पिछले साल 14 मई को उनका एम्स में गुर्दे का प्रत्यारोपण हुआ था। जेटली पिछले साल अप्रैल से वित्त मंत्रालय नहीं जा रहे थे। हालांकि वह 23 अगस्त, 2018 को दोबारा अपने मंत्रालय पहुंचे थे। उनकी गैर मौजूदगी में तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोलय को वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।