हनुमान चालीसा से लेकर वंदेमातरम तक शान से गाती हैं हनुमान भक्त शाहीन!
नई दिल्ली। हिंदू मुसलमान पर खलबली मचना हमारे देश में पुरानी बात है। कोई अपने आप को कट्टर मुसलमान कहता है तो कोई कट्टर हिंदू। ऐसे में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो समाज के लिए मिसाल हैं। मेरठ की शाहीन भी उन्हीं में से एक हैं। शाहीन बहुत बड़ी हनुमान भक्त हैं।
नई दिल्ली। हिंदू मुसलमान पर खलबली मचना हमारे देश में पुरानी बात है। कोई अपने आप को कट्टर मुसलमान कहता है तो कोई कट्टर हिंदू। ऐसे में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो समाज के लिए मिसाल हैं।
मेरठ की शाहीन भी उन्हीं में से एक हैं। शाहीन बहुत बड़ी हनुमान भक्त हैं। वो नमाज़ अदा करने के साथ हनुमान चालीसा का भी पाठ करती हैं। इनके घर पर हनुमान जी विराजमान हैं तो ये मंदिर जाकर आरती भी करती हैं। यही नहीं, डंके की चोट पर कहती है कि वो किसी धर्म के ठेकेदार की धमकियों से नहीं डरतीं।
अपने घर में हनुमान जी को विराजमान किए हैं। वह बकायदा आरती करती हैं और हनुमान चालीसा भी पढ़ती हैं।शाहीन कुम्भ स्नान को अपनी ज़िन्दगी का सबसे यादगार क्षण मानती हैं। उनका कहना है कि हनुमान भक्त होने और आरती करने की वजह से उन्हें धमकियां भी मिलती हैं, लेकिन वो कथित धर्म के ठेकेदारों से डरने वाली नहीं हैं।
शाहीन वंदेमातरम् भी गाती हैं और खुद पर फक्र करती हैं कि वो देशभक्त और हनुमान भक्त हैं। इसके अलावा वो तलाकशुदा महिलाओं की मदद के लिए भी तत्पर रहती हैं। यही नहीं, वह हलाला जैसी रीतियों का भी खुले तौर पर विरोध करती हैं। यकीनन शाहीन ने साबित कर दिया है कि सबसे बड़ा धर्म इंसानियत है।
मेरठ की शाहीन भी उन्हीं में से एक हैं। शाहीन बहुत बड़ी हनुमान भक्त हैं। वो नमाज़ अदा करने के साथ हनुमान चालीसा का भी पाठ करती हैं। इनके घर पर हनुमान जी विराजमान हैं तो ये मंदिर जाकर आरती भी करती हैं। यही नहीं, डंके की चोट पर कहती है कि वो किसी धर्म के ठेकेदार की धमकियों से नहीं डरतीं।
अपने घर में हनुमान जी को विराजमान किए हैं। वह बकायदा आरती करती हैं और हनुमान चालीसा भी पढ़ती हैं।शाहीन कुम्भ स्नान को अपनी ज़िन्दगी का सबसे यादगार क्षण मानती हैं। उनका कहना है कि हनुमान भक्त होने और आरती करने की वजह से उन्हें धमकियां भी मिलती हैं, लेकिन वो कथित धर्म के ठेकेदारों से डरने वाली नहीं हैं।
शाहीन वंदेमातरम् भी गाती हैं और खुद पर फक्र करती हैं कि वो देशभक्त और हनुमान भक्त हैं। इसके अलावा वो तलाकशुदा महिलाओं की मदद के लिए भी तत्पर रहती हैं। यही नहीं, वह हलाला जैसी रीतियों का भी खुले तौर पर विरोध करती हैं। यकीनन शाहीन ने साबित कर दिया है कि सबसे बड़ा धर्म इंसानियत है।