अनुसूचित जाति की किशोरी के साथ एक साल से गैंगरेप
अल्मोड़ा। एक गांव में अनुसूचित जाति की 13 वर्षीय किशोरी के साथ सामूहिक दुराचार का मामला सामने आया है। जिसमें पीड़िता के सगे भाई भी शामिल हैं। किशोरी के साथ पिछले एक साल से पांच लोग दुष्कर्म कर रहे थे। पेट दर्द होने पर किशोरी को महिला अस्पताल लाया गया
अल्मोड़ा। एक गांव में अनुसूचित जाति की 13 वर्षीय किशोरी के साथ सामूहिक दुराचार का मामला सामने आया है। जिसमें पीड़िता के सगे भाई भी शामिल हैं। किशोरी के साथ पिछले एक साल से पांच लोग दुष्कर्म कर रहे थे।
पेट दर्द होने पर किशोरी को महिला अस्पताल लाया गया तो उसका सात माह का गर्भ निकला। प्रसव पीड़ा के दौरान उसका गर्भपात हो गया।
राजस्व पुलिस ने किशोरी के पिता की तहरीर पर पांच लोगों के खिलाफ 376 आईपीसी और 4:6 पोक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। पेट दर्द होने पर किशोरी को परिजन गत दिवस महिला अस्पताल में लाए थे।
अल्ट्रासाउंड जांच में सात महीने का गर्भ होने की जानकारी मिलने पर परिजनों ने उससे पूछताछ की। किशोरी ने बताया कि पांच लोग पिछले एक साल से उसके साथ दुराचार कर रहे थे।
इनमें दो सगे भाई, एक पिता-पुत्र और एक अधेड़ शामिल है, जिसके बेटे का आज विवाह भी है। अस्पताल में प्रसव पीड़ा के दौरान किशोरी का गर्भपात हो गया। राजस्व पुलिस ने भ्रूण का विसरा ले लिया है।
एसडीएम सीमा विश्वकर्मा ने कहा कि यह गंभीर प्रवृत्ति का अपराध है। जिलाधिकारी से मामले को रेगुलर पुलिस को सौंपने की मांग की गई है।
पेट दर्द होने पर किशोरी को महिला अस्पताल लाया गया तो उसका सात माह का गर्भ निकला। प्रसव पीड़ा के दौरान उसका गर्भपात हो गया।
राजस्व पुलिस ने किशोरी के पिता की तहरीर पर पांच लोगों के खिलाफ 376 आईपीसी और 4:6 पोक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। पेट दर्द होने पर किशोरी को परिजन गत दिवस महिला अस्पताल में लाए थे।
अल्ट्रासाउंड जांच में सात महीने का गर्भ होने की जानकारी मिलने पर परिजनों ने उससे पूछताछ की। किशोरी ने बताया कि पांच लोग पिछले एक साल से उसके साथ दुराचार कर रहे थे।
इनमें दो सगे भाई, एक पिता-पुत्र और एक अधेड़ शामिल है, जिसके बेटे का आज विवाह भी है। अस्पताल में प्रसव पीड़ा के दौरान किशोरी का गर्भपात हो गया। राजस्व पुलिस ने भ्रूण का विसरा ले लिया है।
एसडीएम सीमा विश्वकर्मा ने कहा कि यह गंभीर प्रवृत्ति का अपराध है। जिलाधिकारी से मामले को रेगुलर पुलिस को सौंपने की मांग की गई है।