मानवता शर्मसार : महिला का नग्न शव लेकर अस्पताल पहुंची पुलिस
फतेहपुर। सदर कोतवाली क्षेत्र के राधानगर अंदौली रोड पुलिया के समीप शुक्रवार की रात सूचना पर पुलिस ने रोड किनारे से लगभग 28 वर्षीय एक अर्द्धविक्षिप्त महिला का नग्न शव बरामद किया है। शव मिलने से जहां क्षेत्र में सनसनी फैल गयी वहीं पुलिस व स्वास्थ्य विभ
फतेहपुर। सदर कोतवाली क्षेत्र के राधानगर अंदौली रोड पुलिया के समीप शुक्रवार की रात सूचना पर पुलिस ने रोड किनारे से लगभग 28 वर्षीय एक अर्द्धविक्षिप्त महिला का नग्न शव बरामद किया है। शव मिलने से जहां क्षेत्र में सनसनी फैल गयी वहीं पुलिस व स्वास्थ्य विभाग का गैर जिम्मेदाराना चेहरा फिर सामने आया।
घटनास्थल पर नग्न अवस्था में पड़ी अज्ञात महिला के शव को पुलिस ने उसके शरीर पर कपड़े का एक टुकड़ा तक नहीं डाला और उसी हालत में उसे लेकर जिला चिकित्सालय पहुंचाया। पुलिस ने मानवता की सारे हदें पार कर दी वहीं इससे अछूता स्वास्थ्य विभाग भी नहीं रहा।
उसने भी किसी तरह की मानवता न दिखाते हुए शव को उसी अवस्था में माच्र्युरी हाउस में रखवा दिया। यह मामला जब जिले की सांसद एवं केन्द्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के सामने मीडिया कर्मियों ने रखा तो एसपी व सीएमओ हरकत में आये और अपने-अपने अधीनस्थों पर जांच कराकर सख्त कार्रवाई करने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया।
सवाल यह उठता है कि यदि किसी महिला का नग्न अवस्था में शव मिलता है तो मानवता के तौर पर पुलिस को शरीर ढक कर ही शव को ले जाना उनका कर्तव्य है। लेकिन जनपद की पुलिस आये दिन तो अपनी कार्यशैली से सुर्खियों में बनी रहती है लेकिन अज्ञात महिला के शव पर एक बार फिर पुलिस का असली चेहरा लोगों के सामने आया है। जिस पर पुलिस अधीक्षक रमेश ने अपने महकमे की करतूत पर रोष प्रकट करते हुए शर्मिन्दगी का इजहार किया।
घटनास्थल पर नग्न अवस्था में पड़ी अज्ञात महिला के शव को पुलिस ने उसके शरीर पर कपड़े का एक टुकड़ा तक नहीं डाला और उसी हालत में उसे लेकर जिला चिकित्सालय पहुंचाया। पुलिस ने मानवता की सारे हदें पार कर दी वहीं इससे अछूता स्वास्थ्य विभाग भी नहीं रहा।
उसने भी किसी तरह की मानवता न दिखाते हुए शव को उसी अवस्था में माच्र्युरी हाउस में रखवा दिया। यह मामला जब जिले की सांसद एवं केन्द्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के सामने मीडिया कर्मियों ने रखा तो एसपी व सीएमओ हरकत में आये और अपने-अपने अधीनस्थों पर जांच कराकर सख्त कार्रवाई करने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया।
सवाल यह उठता है कि यदि किसी महिला का नग्न अवस्था में शव मिलता है तो मानवता के तौर पर पुलिस को शरीर ढक कर ही शव को ले जाना उनका कर्तव्य है। लेकिन जनपद की पुलिस आये दिन तो अपनी कार्यशैली से सुर्खियों में बनी रहती है लेकिन अज्ञात महिला के शव पर एक बार फिर पुलिस का असली चेहरा लोगों के सामने आया है। जिस पर पुलिस अधीक्षक रमेश ने अपने महकमे की करतूत पर रोष प्रकट करते हुए शर्मिन्दगी का इजहार किया।