अगर पाना शाहजी मियां का फैजान तो करें मां की खिदमत: मुफ्ती साजिद हसनी

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

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अगर पाना शाहजी मियां का फैजान तो करें मां की खिदमत: मुफ्ती साजिद हसनी

पीलीभीत। 116 वां उर्से शाहजी मियां रहमातुल्ला अलैह के मौके पर खानकाह नसीरिया शेरिया में आल इण्डिया उलेमा मशाईख बोर्ड की ओर से एक प्रेस कान्फ्रेंस का आयोजन किया गया जिसकी सरपरस्ती शहजादा ए नसीरे मिल्लत हजरत मौलाना बजाहत मिंया शेरी ने की। जबकि अध्यक्ष


अगर पाना शाहजी मियां का फैजान तो करें मां की खिदमत: मुफ्ती साजिद हसनी
पीलीभीत। 116 वां उर्से शाहजी मियां रहमातुल्ला अलैह के मौके पर खानकाह नसीरिया शेरिया में आल इण्डिया उलेमा मशाईख बोर्ड की ओर से एक प्रेस कान्फ्रेंस का आयोजन किया गया जिसकी सरपरस्ती शहजादा ए नसीरे मिल्लत हजरत मौलाना बजाहत मिंया शेरी ने की। जबकि अध्यक्षता मुस्लिम धर्म गुरु इस्लामिक स्कालर मुफ्ती साजिद हसनी कादरी ने की।
प्रेस कान्फ्रेंस में इस्लामिक स्कालर मुफ्ती साजिद हसनी ने कुतबे पीलीभीत हुजूर शाहजी मोहम्मद शेर मियां की जीबनी पर विस्तार से रोशनी डाली आपने हमेशा सच्चाई के रास्ते को अपनाया शाहजी मियां का जन्म एक हजार सात सौ छियासी ईसवी-1786 मे मो0 मुनीर खां में हुआ। आपके पिता का नाम हजरत मोहब्बत शेर खां और माता का नाम नूर जहां बेगम था। आपके पीरो मुर्शिद का नाम हजरत मौलाना सय्यद अहमद अली शाह रहमातुल्ला अलैह था। आपने गरीबो व फकीरो की हमेशा मदद की।
मुफ्ती साजिद हसनी ने कहा कि शाहजी मियां के दयार में आला हज़रत इमाम अहमद रजा खान फाजिले बरेलवी रहमतुल्ला अलैह अक्सर पीलीभीत में आप से शरफे मुलाकात के लिये आया करते थे। आला हजरत फाजिले बरेलवी और हुजूर शाहजी मोहम्मद शेर मियां रहमातुल्ला अलैह हमेशा एक दूसरे की बड़ी इज्जह और ऐहतराम किया करते थे।
अरशद खान अर्श शेरी ने कहा कि शाहजी मियां रोजाना पीलीभीत से अपने पीरो मुर्शीद सैय्यद अहमद अली शाह की खिदमत में भटपुरा शरीफ रामपुर जाया करते थे। रात में अपनी मां की खिदमत किया करते थे और दिन में अपने पीरो मुर्शिद की खिदमत किया करते थे। अस्र की नमाज आप भटपुरा शरीफ मे अदा करके मंगरिब की नमाज पीलीभीत में अदा करते थे। आपने हमेशा पीलीभीत से भटपुरा शरीफ व भुटपुरा से पीलीभीत शरीफ का सफर हमेशा पैदल किया। आपने अपनी जिन्दगी में सबसे ज्यादा अपनी मां की खिदमत और पीरो मुर्शिद की खिदमत की। आपको शेरे मुस्तफा का खिताब मिला। शाहजी मिंया का फैजान पाने को लोग अपनी मां की खिदमत करें। सय्यद महमूद अशरफ अहले सुन्नत रिसर्च सेन्टर मुम्बई व आल इण्डिया उलमा मसाईख बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना सैय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछा शरीफ की ओर से फूलो की चादर इस्लामिक स्कालर मुफ्ती साजिद हसनी ने हुजूर शाहजी मोहम्मद शेर मियां के दरबार मे पेश की।
आल इण्डिया तहरीके तहफ्फुजे सुन्नियत बरेली शरीफ की ओर से मीनू बरकाती ने भी फूलो की चादर शाहजी मियां के दरबार मे पेश की।
प्रेस मीटिंग के दौरान अरशद खान अर्स शेरी द्वारा लिखी गयी पुस्तक सबान-ए-शेरे मुस्तफा व मुफ्ती साजिद हसनी द्वारा लिखी गयी पुस्तक तजकिरय मुज्जद्दि अल्फसानी  के नये एडीशन का बिमोचन खानकाहे नसीरिया के शहजादे हजरत मौलाना वजाहत मियां व मुफ्ती साजिद हसनी कादरी मौलवी सरताज मियां शेरी व अन्य बोर्ड के पदाधिकारियों ने विमोचन किया।मुफ्ती साजिद हसनी कादरी व अरशद खान अर्श शेरी की दसतार बन्दी कर सम्मानित किया गया
मौलाना बजाहत मियां शेरी ने भी शाहजी मोहम्मद शेरी मियां की जिन्दगी पर रोशनी डालते हुए सच्चाई के रास्ते को अपनाने की अपील की।
आल इण्डिया उलमा मसाईख बोर्ड के जिलाध्यक्ष मुफ्ती नू मोहम्मद हसनी ने कहा कि शाहजी मियां के अकीदतमंद पूरी दुनिया में फैले हुए है। दुनिया के कोने-कोने से आपके दरबार मे लोग हाजिरी देने के लिये आते है।
तीन दिवसीय लन्गरे शाहजी किया गया 
शहजाद ए नसीरे मिल्लत हजरत मौलाना वजाहत मियां शेरी मौलवी सरताज मियां शेरी ने मुल्क में अमनो अमान की दुआ की।
अन्जुमन-ए-शाहजी पूरनपुर की ओर से सबान-ए-शेरे मुस्तफा तजकिरा-ए-मुज्जद्दि अल्फसानी और इमाम अहमद रजा खां बरेलवी तोहफ ए जिन्दगी पुस्तको को उर्स मे आये हुए महमानो मे तक्सीम किया गया। इस मौके पर अन्जुमन शाहजी के अध्यक्ष अरशद खान अर्श शेरी मुफ्ती साजिद हसनी, मीनू बरकाती, शानू मियां खान शेरी, चांद खान शेरी, नसीम रजवी नोमान मियां  फाजिल  मियां  मौलाना  शाने रजा बरकाती मोहिद शेरी मोहम्मद आदिल अंसारी  अफजल मियां सुबहान मियां एडबोकेट मो काजिम खान, मुफ्ती नूर मो0 हसनी मो0 सलमान सलमानी मुफ्ती साजिद हसनी कादरी आदि लोग मौजूद रहे।