विधानसभा के 'छोटे चुनाव' में फिर जीतेंगे: केजरीवाल
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने अपने कार्यकर्ताओं का उत्साह वर्धन करते हुए अपने कार्यों पर डटे रहने का आग्रह किया है। ज्ञात हो कि हाल ही संपन्न हुए लोकसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने अपने कार्यकर्ताओं का उत्साह वर्धन करते हुए अपने कार्यों पर डटे रहने का आग्रह किया है। ज्ञात हो कि हाल ही संपन्न हुए लोकसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी दलों से करारी शिकस्त मिलने के बाद कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों में खलबली मची हुई है। 23 मई को आये नतीजों में आप को केवल पंजाब में एक सीट पर विजय मिली है। पिछली लोकसभा में पार्टी के पंजाब से चार सांसद थे। सोलहवीं लोकसभा में दिल्ली में दूसरे नंबर पर रही आप की इस बार दुर्गति हुई और उसके सात में से पांच उम्मीदवार तीसरे स्थान पर खिसक गये, जबकि कुछ की जमानत भी जब्त हुई।
केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के दो कारण गिनाये हैं। उन्होंने लिखा, आम चुनाव को लेकर पूरे देश में जो माहौल बना उससे दिल्ली भी अछूती नहीं रही। राष्ट्रीय संयोजक ने हार के दूसरे कारण के बारे में बताया कि मतदाताओं ने इस 'बड़े चुनाव' को नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के बीच की लड़ाई मानी और उसी लिहाज से मतदान किया ।
राष्ट्रीय संयोजक ने आगे लिखा है, ''चुनाव में इन दो कारणों के अलावा पराजय की चाहे कोई भी वजह रही हो, हम मतदाताओं को यह आश्वस्त नहीं कर पाये कि उन्हें आप पार्टी को वोट क्यों देना चाहिए, जबकि बड़ा पहलू यह है कि दिल्ली विधानसभा के 'छोटे चुनाव' में मतदाता पार्टी के अतुलनीय कामकाज पर वोट करेंगे। उन्होंने लोकसभा चुनाव में पार्टी की पराजय की वजह गिनाने के साथ ही आप कार्यकर्ताओं से अभी से दिल्ली के विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस लेने की अपील की है।
केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के दो कारण गिनाये हैं। उन्होंने लिखा, आम चुनाव को लेकर पूरे देश में जो माहौल बना उससे दिल्ली भी अछूती नहीं रही। राष्ट्रीय संयोजक ने हार के दूसरे कारण के बारे में बताया कि मतदाताओं ने इस 'बड़े चुनाव' को नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के बीच की लड़ाई मानी और उसी लिहाज से मतदान किया ।
राष्ट्रीय संयोजक ने आगे लिखा है, ''चुनाव में इन दो कारणों के अलावा पराजय की चाहे कोई भी वजह रही हो, हम मतदाताओं को यह आश्वस्त नहीं कर पाये कि उन्हें आप पार्टी को वोट क्यों देना चाहिए, जबकि बड़ा पहलू यह है कि दिल्ली विधानसभा के 'छोटे चुनाव' में मतदाता पार्टी के अतुलनीय कामकाज पर वोट करेंगे। उन्होंने लोकसभा चुनाव में पार्टी की पराजय की वजह गिनाने के साथ ही आप कार्यकर्ताओं से अभी से दिल्ली के विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस लेने की अपील की है।