मुस्लिम भाईचारे की ओर से खालसा ऐड को बाढ़ पीडि़तों के लिए सहायता राशि भेंट

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मुस्लिम भाईचारे की ओर से खालसा ऐड को बाढ़ पीडि़तों के लिए सहायता राशि भेंट

लुधियाना। आज यहां जामा मस्जिद में लुधियाना के मुस्लिम भाईचारे की ओर से खालसा ऐड को पंजाब में बाढ़ से पीडि़त लोगों की सहायता के लिए सवा लाख रूपये की नकद राशि भेंट की गई। इस अवसर पर शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवीं, गुरुद्वारा दुख


मुस्लिम भाईचारे की ओर से खालसा ऐड को बाढ़ पीडि़तों के लिए सहायता राशि भेंट
लुधियाना।  आज यहां जामा मस्जिद में लुधियाना के मुस्लिम भाईचारे की ओर से खालसा ऐड को पंजाब में बाढ़ से पीडि़त लोगों की सहायता के लिए सवा लाख रूपये की नकद राशि भेंट की गई। इस अवसर पर शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवीं, गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब के मुख्य सेवादार प्रितपाल सिंह, खालसा ऐड की ओर गुरसाहिब सिंह व शहर की विभिन्न मस्जिदों के प्रधान व इमाम विशेष रूप से उपस्थित थे।

इस अवसर पर शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवीं ने कहा कि मुश्किल समय में एक दूसरे का साथ देना ही असल धर्म है। उन्होनें कहा कि देश में जब भी कोई आपदा आई है तो पंजाब के लोगों ने पीडि़तों का बढ़-चढ़ कर साथ दिया है और जब पंजाब में बाढ़ आने पर बहुत सारे गांव पानी में डूबे हुए हैं ग्रामीणों की खेती और पशुधन का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है, ऐसी स्थिति में पंजाब के सभी लोग एकजुट है और पीडि़तों को राहत पहुंचाने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं।

शाही इमाम ने कहा कि खालसा ऐड की ओर से पीडि़तों के लिए किए जा रहे कार्य सराहनीय हैं। गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब के मुख्य सेवादार प्रितपाल सिंह ने कहा कि मुस्लिम भाईयों की ओर से खालसा ऐड को भेंट की गई राशि से जहां पीडि़तों को फायदा होगा वहीं पर सर्व धर्म एकता को भी बल मिलेगा। स. प्रितपाल ने कहा कि पंजाब के लोग किसी भी धर्म से संबध रखते हों वह खुशी हो या गम हमेशा एक साथ रहते हैं व पंजाब का भाईचारा ही यहां की असल ताकत है।

इस मौके पर डा. मुहम्मद इदरीस, नूर उल हक, महमूद प्रधान, मुफ्ती आरिफ, मुहम्मद नौशाद अंसारी,मौलाना कुतबुदीन, शेख अशरफ, मुहम्मद खालिद रकाा, मुजीब उर रहमान, डा. सराजदीन बाली, मुहम्मद रफीक, बिलाल खान, बाबुल खान, अल्ताफ जोशन, मुहम्मद इरशाद, मौलाना नबी जान, मुहम्मद महफूज प्रधान, मुहम्मद सज्जाद व मुहम्मद कुलबुल आदि मौजूद थे।