प्राइवेट छोड़, सरकारी स्कूलों में आ रहे छात्र : केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि निजी स्कूलों से विद्यार्थी निकलकर सरकारी स्कूलों में आ रहे हैं, क्योंकि उनकी पार्टी के सत्ता में आने के बाद व्यवस्था में बदलाव आया है। यहां रिठाला में एक
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि निजी स्कूलों से विद्यार्थी निकलकर सरकारी स्कूलों में आ रहे हैं, क्योंकि उनकी पार्टी के सत्ता में आने के बाद व्यवस्था में बदलाव आया है। यहां रिठाला में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "अब उल्टा हो रहा है। इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि निजी स्कूलों से विद्यार्थी सरकारी स्कूलों में आ रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "हाल ही में रोहिणी में एक सरकारी स्कूल खोला गया है जिसमें 900 विद्यार्थियों ने दाखिला लिया है। इनमें से 750 विद्यार्थी निजी स्कूलों से आए हैं।"
उन्होंने कहा, "पहले स्कूलों की दशा ऐसी थी कि गरीब लोग भी अपने बच्चे को इन स्कूलों में भेजना नहीं चाहते थे। चाहे उनके पास खाने के लिए पैसे न हो फिर भी वे निजी स्कूलों में भी अपने बच्चे को भेजते थे।"
केजरीवाल दिल्ली जलबोर्ड के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने रिठाला में बुद्ध विहार की कॉलोनियों में सीवर लाइन का काम का शुभारंभ किया।
उन्होंने कहा कि परियोजना पर 79.69 करोड़ रुपये की लागत आएगी और इसे 42 महीने में पूरा किया जाएगा।
उन्होंने कहा, "हाल ही में रोहिणी में एक सरकारी स्कूल खोला गया है जिसमें 900 विद्यार्थियों ने दाखिला लिया है। इनमें से 750 विद्यार्थी निजी स्कूलों से आए हैं।"
उन्होंने कहा, "पहले स्कूलों की दशा ऐसी थी कि गरीब लोग भी अपने बच्चे को इन स्कूलों में भेजना नहीं चाहते थे। चाहे उनके पास खाने के लिए पैसे न हो फिर भी वे निजी स्कूलों में भी अपने बच्चे को भेजते थे।"
केजरीवाल दिल्ली जलबोर्ड के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने रिठाला में बुद्ध विहार की कॉलोनियों में सीवर लाइन का काम का शुभारंभ किया।
उन्होंने कहा कि परियोजना पर 79.69 करोड़ रुपये की लागत आएगी और इसे 42 महीने में पूरा किया जाएगा।