लाखों ग्राहकों पर पडऩे वाला है असर, PNB में विलय हो सकते हैं तीन बड़े बैंक
दो दिन बाद देश में नई केंद्र सरकार के गठन को लेकर पिक्चर क्लीयर हो जाएगी। इसके बाद देश में राजनीतिक, आर्थिक तौर पर कईबदलाव देखे जा सकते हैं। एक बदलाव बैंकिंग सेक्टर में देखने को मिल सकता है।उम्मीद है कि केंद्र सरकार देश के चार बड़े बैंकों के विलय पर
दो दिन बाद देश में नई केंद्र सरकार के गठन को लेकर पिक्चर क्लीयर हो जाएगी। इसके बाद देश में राजनीतिक, आर्थिक तौर पर कईबदलाव देखे जा सकते हैं। एक बदलाव बैंकिंग सेक्टर में देखने को मिल सकता है।उम्मीद है कि केंद्र सरकार देश के चार बड़े बैंकों के विलय पर मुहर लगा सकती है।अगर ऐसा होता है तो चारों सरकारी बैंकों के विलय से ग्राहकों पर असर पड़ेगा।
मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक पंजाब नेशनल बैंक में ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, आंध्रा बैंक और इलाहाबाद बैंक का विलय हो सकता है। नई केंद्र सरकार पंजाब नेशनल बैंक, ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और आंध्रा बैंक और इलाहाबाद बैंक का विलय करने जा रही है। अगर ऐसा होता है लाखों ग्राहकों पर इसका असर पड़ेगा क्योंकि जब भी बैंकों का विलय होता है तो चेकबुक, एटीएम, बैंकों की शाखाओंऔर नाम आदि पर भी बदलाव देखने को मिलता है।
इस साल की शुरुआत में पहली बार सरकार ने देना बैंक और विजया बैंक का विलय बैंक ऑफ बड़ौदा में किया था। इस विलय के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा भारतीय स्टेट बैंक के बाद दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक बन गया है। इससे पहले एसबीआई ने अपने 5 सहयोगी बैंकों और भारतीय महिला बैंक का विलय किया था।फरवरी में सरकार ने 12 सरकारी बैंकों को आरबीआई की त्वरित सुधार कार्रवाई (पीसीए) से बाहर निकालने के लिए 48,239 करोड़ रुपए के पुर्नपूंजीकरण की घोषणा की थी। पीसीए में रखे जाने के बाद आरबीआई ने इन सभी बैंकों को नया कर्ज देने से रोक दिया था।
मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक पंजाब नेशनल बैंक में ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, आंध्रा बैंक और इलाहाबाद बैंक का विलय हो सकता है। नई केंद्र सरकार पंजाब नेशनल बैंक, ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और आंध्रा बैंक और इलाहाबाद बैंक का विलय करने जा रही है। अगर ऐसा होता है लाखों ग्राहकों पर इसका असर पड़ेगा क्योंकि जब भी बैंकों का विलय होता है तो चेकबुक, एटीएम, बैंकों की शाखाओंऔर नाम आदि पर भी बदलाव देखने को मिलता है।
इस साल की शुरुआत में पहली बार सरकार ने देना बैंक और विजया बैंक का विलय बैंक ऑफ बड़ौदा में किया था। इस विलय के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा भारतीय स्टेट बैंक के बाद दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक बन गया है। इससे पहले एसबीआई ने अपने 5 सहयोगी बैंकों और भारतीय महिला बैंक का विलय किया था।फरवरी में सरकार ने 12 सरकारी बैंकों को आरबीआई की त्वरित सुधार कार्रवाई (पीसीए) से बाहर निकालने के लिए 48,239 करोड़ रुपए के पुर्नपूंजीकरण की घोषणा की थी। पीसीए में रखे जाने के बाद आरबीआई ने इन सभी बैंकों को नया कर्ज देने से रोक दिया था।