12 साल की उम्र में लिख डाली 100 से ज्यादा किताबें...

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

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12 साल की उम्र में लिख डाली 100 से ज्यादा किताबें...

अयोध्या। जिस उम्र में पढ़ने लिखने की सिर्फ शुरुआत भर होती है उस उम्र में एक बच्चे ने 100 से ज्यादा किताबें लिख डाली हैं। सुनने में ही ये बात हैरान करने वाली है, लेकिन उत्तर प्रदेश के 12 साल के एक बच्चे ने ये कारनामा कर दिखाया है। इस बच्चे ने धर्म और


12 साल की उम्र में लिख डाली 100 से ज्यादा किताबें...
अयोध्या। जिस उम्र में पढ़ने लिखने की सिर्फ शुरुआत भर होती है उस उम्र में एक बच्चे ने 100 से ज्यादा किताबें लिख डाली हैं। सुनने में ही ये बात हैरान करने वाली है, लेकिन उत्तर प्रदेश के 12 साल के एक बच्चे ने ये कारनामा कर दिखाया है। इस बच्चे ने धर्म और जीवनी से जुड़ी 135 किताबें लिख दी हैं।

इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीवनी भी शामिल है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मृगेन्द्र राज ने महज 12 साल की उम्र में ये अनूठा काम किया है। उन्होंने 6 साल की उम्र से ही किताब लिखने की शुरुआत कर दी थी। उनकी पहली किताब कविताओं पर आधारित थी।

मृगेन्द्र राज लेखक के तौर पर 'आज का अभिमन्यु' नाम का इस्तेमाल करते हैं। वे अब तक चार वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं। उनका कहना है कि 'मैंने रामायण के 51 चरित्रों का अध्य्यन कर किताबें लिखी हैं। मेरी हर किताब 25 से 100 पन्नों की है। मेरे पास डॉक्टोरेट के लिए वर्ल्ड युनिवर्सिटी ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन की ओर से प्रस्ताव भी है।'

मृगेन्द्र राज की मां सुल्तानपुर के एक प्राइवेट स्कूल में टीचर हैं। उनका कहना है कि उनके बेटे की लेखन में काफी दिलचस्पी थी जिसे उन्होंने हमेशा बढ़ाने की कोशिश की है। मृगेन्द्र राज के पिता राज्य के चीनी उद्योग व गन्ना विकास विभाग में कर्मचारी हैं। अपने भविष्य को लेकर मृगेन्द्र राज का कहना है कि वे बड़े होकर लेखक ही बनना चाहते हैं। वे अलग अलग विषयों पर ज्यादा से ज्यादा किताबें लिखना चाहते हैं।