छोटी ई-कॉमर्स कंपनियों को झटका देने की तैयारी में मुुकेश अंबानी
नई दिल्ली। चाहे कोई भी सेक्टर हो लेकिन रिलायंस के बंपर धमाकों से मार्केट में भूचाल आता जरूर है और ग्राहक भी हाथों हाथ रिलायंस के उत्पादों का लाभ उठाते हैं। जियो के धमाके से एयरटेल, आइडिया जैसी कंपनियों को सस्ते प्लान देने के लिए मजबूर करने वाली रिला
नई दिल्ली। चाहे कोई भी सेक्टर हो लेकिन रिलायंस के बंपर धमाकों से मार्केट में भूचाल आता जरूर है और ग्राहक भी हाथों हाथ रिलायंस के उत्पादों का लाभ उठाते हैं। जियो के धमाके से एयरटेल, आइडिया जैसी कंपनियों को सस्ते प्लान देने के लिए मजबूर करने वाली रिलायंस ई कॉमर्स कंपनियों पर फोकस करते हुए पेटीएम को झटका दे सकता है।
दरअसल पेटीएम मॉल जब शुरू हुआ था तो इसने अपने निवेशक अलीबाबा की मदद से एक ऐसा डिजिटल वल्र्ड बनाने का सपना देखा जिसमें सब कुछ आसानी से मिल जाए। इसके लिए इन्होंने ग्राहकों को कैशबैक दिया ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इनसे जुड़ सकें। इसके बाद पेटीएम मॉल ने ई कॉमर्स में ज्यादा खर्च करने से बेहतर ऑनलाइन टु ऑफलाइन की रणनीति अपनाई। इससे छोटे विक्रेताओं को जोडऩे का काम किया।
दरअसल मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव में मुकेश अंबानी ने कहा, रिलायंस दुनिया का सबसे बड़ा ऑनलाइन टु ऑफलाइन कॉमर्स प्लेटफॉर्म बनाने की तैयारी कर रहा है। जानकारों का कहना है कि रिलायंस के पास पैसे की कमी नहीं है और इसलिए दूसरी कंपनियों के लिए रिलायंस को चुनौती देना मुश्किल होगा। मुकेश अंबानी देश के सबसे बड़े रिटेल प्लेयर भी बनना चाहते हैं और यह उसी तरह संभव है जैसे जियो ने सभी कंपनियों को पीछे छोड़ दिया। रिलायंस की छूट की रणनीति हमेशा इसे दूसरों से अलग करती है। रिलायंस जियो एक सुपर ऐप पर काम कर रही है। रिलायंस जियो का यह सुपर ऐप एक प्लैटफॉर्म पर 100 से ज्यादा सर्विसेज उपलब्ध कराएगा।
दरअसल पेटीएम मॉल जब शुरू हुआ था तो इसने अपने निवेशक अलीबाबा की मदद से एक ऐसा डिजिटल वल्र्ड बनाने का सपना देखा जिसमें सब कुछ आसानी से मिल जाए। इसके लिए इन्होंने ग्राहकों को कैशबैक दिया ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इनसे जुड़ सकें। इसके बाद पेटीएम मॉल ने ई कॉमर्स में ज्यादा खर्च करने से बेहतर ऑनलाइन टु ऑफलाइन की रणनीति अपनाई। इससे छोटे विक्रेताओं को जोडऩे का काम किया।
दरअसल मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव में मुकेश अंबानी ने कहा, रिलायंस दुनिया का सबसे बड़ा ऑनलाइन टु ऑफलाइन कॉमर्स प्लेटफॉर्म बनाने की तैयारी कर रहा है। जानकारों का कहना है कि रिलायंस के पास पैसे की कमी नहीं है और इसलिए दूसरी कंपनियों के लिए रिलायंस को चुनौती देना मुश्किल होगा। मुकेश अंबानी देश के सबसे बड़े रिटेल प्लेयर भी बनना चाहते हैं और यह उसी तरह संभव है जैसे जियो ने सभी कंपनियों को पीछे छोड़ दिया। रिलायंस की छूट की रणनीति हमेशा इसे दूसरों से अलग करती है। रिलायंस जियो एक सुपर ऐप पर काम कर रही है। रिलायंस जियो का यह सुपर ऐप एक प्लैटफॉर्म पर 100 से ज्यादा सर्विसेज उपलब्ध कराएगा।