ईंट भट्टे पर मजदूरी करने वाली 'मुन्नावती' बनीं यूनिवर्सिटी टॉपर
झारखंड के रांची में रहने वाली मुन्नावती ने ईंट के भट्टे पर मजदूरी करते हुए संस्कृत में एमए किया है। इतना ही नहीं उन्होंने एमए में गोल्ड मेडल जीतते हुऐ यूनिवर्सिटी टॉप भी किया है। मुन्नावती रांची जिले के डोलइंचा गांव की रहने वाली हैं। मुन्नावती भट्टे
झारखंड के रांची में रहने वाली मुन्नावती ने ईंट के भट्टे पर मजदूरी करते हुए संस्कृत में एमए किया है। इतना ही नहीं उन्होंने एमए में गोल्ड मेडल जीतते हुऐ यूनिवर्सिटी टॉप भी किया है।
मुन्नावती रांची जिले के डोलइंचा गांव की रहने वाली हैं। मुन्नावती भट्टे पर काम करने के अलावा अन्य जगह भी मजदूरी करती थीं।
संस्कृत में एमए करने के बाद अब उनको राजकीय प्लस-टू हाईपोस्ट ग्रेजुएट ट्रेंड टीचर नियुक्त किया गया है। शनिवार को जिला स्कूल में नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने मुन्नावती को पोस्टिंग लेटर सौंपा।
जब उनको पोस्टिंग लेटर दिया गया तो वह खुशी के मारे उछल पड़ीं, साथ में आंखें भी छलक गईं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मुन्नावती कहती हैं कि वह गरीब परिवार से आती हैं, इसलिए मजदूरी करना हमारे लिए कोई अचरज भरा काम नहीं है। अब सफलता पूर्वक शिक्षिका के रूप में अपने कर्तव्य को निभाना चाहती हूं।
मुन्नावती रांची जिले के डोलइंचा गांव की रहने वाली हैं। मुन्नावती भट्टे पर काम करने के अलावा अन्य जगह भी मजदूरी करती थीं।
संस्कृत में एमए करने के बाद अब उनको राजकीय प्लस-टू हाईपोस्ट ग्रेजुएट ट्रेंड टीचर नियुक्त किया गया है। शनिवार को जिला स्कूल में नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने मुन्नावती को पोस्टिंग लेटर सौंपा।
जब उनको पोस्टिंग लेटर दिया गया तो वह खुशी के मारे उछल पड़ीं, साथ में आंखें भी छलक गईं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मुन्नावती कहती हैं कि वह गरीब परिवार से आती हैं, इसलिए मजदूरी करना हमारे लिए कोई अचरज भरा काम नहीं है। अब सफलता पूर्वक शिक्षिका के रूप में अपने कर्तव्य को निभाना चाहती हूं।