मोदी सरकार के विपक्षियों को लगेगा झटका, मायावती और अखिलेश बनाएंगे बैठक से दूरी
लखनऊ। लोकसभा चुनाव के 6 चरण हो चुके हैं और सातवें चरण की वोटिंग 19 मई को है।23 मई को मतगणना है और सारे रहस्यों से पर्दा उठ जाएगा। दरअसल आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने चुनाव परिणाम से पहले दिल्ली में विपक्षी दलों की बैठक का प्रस्ता
लखनऊ। लोकसभा चुनाव के 6 चरण हो चुके हैं और सातवें चरण की वोटिंग 19 मई को है।23 मई को मतगणना है और सारे रहस्यों से पर्दा उठ जाएगा। दरअसल आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने चुनाव परिणाम से पहले दिल्ली में विपक्षी दलों की बैठक का प्रस्ताव रखा है।
नायडू के इस प्रस्ताव को पश्चिमी बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद अब बीएसपी सुप्रीमो मायावती और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से झटका लग सकता है। दरअसल संभावना है कि एसपी और बीएसपी दोनों ही दल विपक्ष की बैठक से दूर रह सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक बैठक के लिए 21 मई का दिन निर्धारित किया गया है।
वैसे बताया जाता है कि नायडू ने इस संबंध में ममता बनर्जी से बात की है। माना जाता है कि नायडू ने बैठक को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से भी चर्चा की है। इस बैठक में चुनाव के बाद की रणनीति पर चर्चा होने की संभावना तय है। हालांकि टीआरएस सुप्रीमो और तेलंगाना के सीएम के सी आर ने पहले ही इस मीटिंग में शामिल होने से इंकार कर दिया था। के सी आर की पार्टी का कहना था कि वह चंद्रबाबू नायडू के साथ किसी बैठक का हिस्सा नहीं बनेंगे।
ममता बनर्जी ने 23 मई को मतगणना का हवाला देते हुए इस पर सहमति नहीं जताई थी. कुछ दिन पहले वीवीपैट से जुड़ी याचिका खारिज होने के बाद चंद्रबाबू नायडू ने राहुल गांधी से मुलाकात कर इस मीटिंग के लिए पहल की थी। साथ ही नायडू ने कहा था कि वह चुनाव सुधार के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। वैसे इस बैठक के होने पर संशय है क्योंकि विभिन्न राज्यों में जोड़-तोड़ का खेल चल रहा है।
नायडू के इस प्रस्ताव को पश्चिमी बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद अब बीएसपी सुप्रीमो मायावती और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से झटका लग सकता है। दरअसल संभावना है कि एसपी और बीएसपी दोनों ही दल विपक्ष की बैठक से दूर रह सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक बैठक के लिए 21 मई का दिन निर्धारित किया गया है।
वैसे बताया जाता है कि नायडू ने इस संबंध में ममता बनर्जी से बात की है। माना जाता है कि नायडू ने बैठक को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से भी चर्चा की है। इस बैठक में चुनाव के बाद की रणनीति पर चर्चा होने की संभावना तय है। हालांकि टीआरएस सुप्रीमो और तेलंगाना के सीएम के सी आर ने पहले ही इस मीटिंग में शामिल होने से इंकार कर दिया था। के सी आर की पार्टी का कहना था कि वह चंद्रबाबू नायडू के साथ किसी बैठक का हिस्सा नहीं बनेंगे।
ममता बनर्जी ने 23 मई को मतगणना का हवाला देते हुए इस पर सहमति नहीं जताई थी. कुछ दिन पहले वीवीपैट से जुड़ी याचिका खारिज होने के बाद चंद्रबाबू नायडू ने राहुल गांधी से मुलाकात कर इस मीटिंग के लिए पहल की थी। साथ ही नायडू ने कहा था कि वह चुनाव सुधार के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। वैसे इस बैठक के होने पर संशय है क्योंकि विभिन्न राज्यों में जोड़-तोड़ का खेल चल रहा है।