तीन तलाक विधेयक के विरोध ने उदारवादियों का पर्दाफाश कर दिया: जेटली
पूर्व वित्त मंत्री अरूण जेटली ने बुधवार को कहा कि तीन तलाक विधेयक के विरोध ने ‘छद्म उदारवादियों का पर्दाफाश’ कर दिया है। साथ ही, उन्होंने महिलाओं के लिए न्याय की तुलना में ‘कट्टरपंथी‘ वोट बैंक को ज्यादा प्राथमिकता देने को लेकर कांग्रेस पर भी प्रहार
पूर्व वित्त मंत्री अरूण जेटली ने बुधवार को कहा कि तीन तलाक विधेयक के विरोध ने ‘छद्म उदारवादियों का पर्दाफाश’ कर दिया है। साथ ही, उन्होंने महिलाओं के लिए न्याय की तुलना में ‘कट्टरपंथी‘ वोट बैंक को ज्यादा प्राथमिकता देने को लेकर कांग्रेस पर भी प्रहार किया।
जेटली ने एक ब्लॉग में कहा कि 'उदारवादियों' को मौखिक तलाक (तलाक ए बिद्दत) के तहत महिला के साथ हुए भेदभाव और अन्याय का विरोध करना चाहिए था। लेकिन इस मामले में विधेयक के पक्ष में कोई भी नहीं बोला, जबकि यह विधेयक अन्याय को समाप्त करेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्होंने कहा कि इस विधेयक ने उन सभी का पर्दाफाश कर दिया है जो खुद को उदारवादी समझते हैं। उन लोगों ने कमज़ोर दलीलें दीं, ताकि मुसलमानों के बीच कट्टरपंथियों को खुश रखा जा सके। संसद ने मंगलवार को तीन तलाक विधेयक पारित कर दिया।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए जेटली ने कहा कि इस पार्टी ने देश पर लंबे वक्त तक हुकूमत की है और इस दौरान इसने कई ‘‘पर्सनल लॉ’’ में संशोधन किया, ताकि उन्हें बदलती सामाजिक मनोदशा में स्वीकार्य बनाया जा सके। उन्होंने कहा, ‘‘ लेकिन जब शरीयत की बात की जाती है, तब वे डर जाते हैं।’’
जेटली ने एक ब्लॉग में कहा कि 'उदारवादियों' को मौखिक तलाक (तलाक ए बिद्दत) के तहत महिला के साथ हुए भेदभाव और अन्याय का विरोध करना चाहिए था। लेकिन इस मामले में विधेयक के पक्ष में कोई भी नहीं बोला, जबकि यह विधेयक अन्याय को समाप्त करेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्होंने कहा कि इस विधेयक ने उन सभी का पर्दाफाश कर दिया है जो खुद को उदारवादी समझते हैं। उन लोगों ने कमज़ोर दलीलें दीं, ताकि मुसलमानों के बीच कट्टरपंथियों को खुश रखा जा सके। संसद ने मंगलवार को तीन तलाक विधेयक पारित कर दिया।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए जेटली ने कहा कि इस पार्टी ने देश पर लंबे वक्त तक हुकूमत की है और इस दौरान इसने कई ‘‘पर्सनल लॉ’’ में संशोधन किया, ताकि उन्हें बदलती सामाजिक मनोदशा में स्वीकार्य बनाया जा सके। उन्होंने कहा, ‘‘ लेकिन जब शरीयत की बात की जाती है, तब वे डर जाते हैं।’’