आतंकी फंडिंग पर कभी भी ब्लैकलिस्ट हो सकता है पाक: राजनाथ
नई दिल्ली। आतंकियों को फंडिंग रोकने में नाकाम रहने वाले पाकिस्तान को जल्द ही इसका सजा भुगतनी पड़ सकती है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि फ ाइनेंशियल एक्शन टास्क फ ोर्स किसी भी समय पाक को ब्लैकलिस्ट कर सकता है। डिफेंस अकाउंट्स डिपार्टम
नई दिल्ली। आतंकियों को फंडिंग रोकने में नाकाम रहने वाले पाकिस्तान को जल्द ही इसका सजा भुगतनी पड़ सकती है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि फ ाइनेंशियल एक्शन टास्क फ ोर्स किसी भी समय पाक को ब्लैकलिस्ट कर सकता है।
डिफेंस अकाउंट्स डिपार्टमेंट डे कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने यह बातें कहीं। बीते अगस्त महीने में एफएटीएफ के एशिया प्रशांत समूह ने पाकिस्तान को आतंकी श्ब्लैकलिस्टश् में डाला था। भारत में हमलों के लिए जिम्मेदार आतंकी संगठनों की फंडिंग रोकने में विफल रहने की वजह से पाकिस्तान के खिलाफ यह कदम उठाया गया था।
फ्लाइट का इंतजाम भी नहीं कर पाए इमरान
रक्षा मंत्री ने पाक को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पाक जरूरत से ज्यादा सैन्यकरण कर रहा है और वह गलत पॉलिसी पर काम कर रहा है। इसी वजह से आर्थिक स्तर पर पाक लगातार कमजोर होता जा रहा है। यही कारण रहा कि वैश्विक कार्यक्रम में भाग लेने जाने के लिए पाक प्रधानमंत्री इमरान खान अपने लिए एक विमान की व्यवस्था भी नहीं कर पाए। याद रहे कि इमरान और उनके प्रतिनिधिमंडल को न्यूयॉर्क लौटने पर मजबूर होना पड़ा था। सात दिन के अमेरिकी दौरे के बाद इस्लामाबाद लौटते वक्त सउदी अरब द्वारा उन्हें दिए गए विशेष जेट में तकनीकी गड़बड़ी आ गई थी।
डिफेंस अकाउंट्स डिपार्टमेंट डे कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने यह बातें कहीं। बीते अगस्त महीने में एफएटीएफ के एशिया प्रशांत समूह ने पाकिस्तान को आतंकी श्ब्लैकलिस्टश् में डाला था। भारत में हमलों के लिए जिम्मेदार आतंकी संगठनों की फंडिंग रोकने में विफल रहने की वजह से पाकिस्तान के खिलाफ यह कदम उठाया गया था।
फ्लाइट का इंतजाम भी नहीं कर पाए इमरान
रक्षा मंत्री ने पाक को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पाक जरूरत से ज्यादा सैन्यकरण कर रहा है और वह गलत पॉलिसी पर काम कर रहा है। इसी वजह से आर्थिक स्तर पर पाक लगातार कमजोर होता जा रहा है। यही कारण रहा कि वैश्विक कार्यक्रम में भाग लेने जाने के लिए पाक प्रधानमंत्री इमरान खान अपने लिए एक विमान की व्यवस्था भी नहीं कर पाए। याद रहे कि इमरान और उनके प्रतिनिधिमंडल को न्यूयॉर्क लौटने पर मजबूर होना पड़ा था। सात दिन के अमेरिकी दौरे के बाद इस्लामाबाद लौटते वक्त सउदी अरब द्वारा उन्हें दिए गए विशेष जेट में तकनीकी गड़बड़ी आ गई थी।