पाकिस्तान और इमरान खान न करें भारतीय मुसलमानों की चिंता!

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पाकिस्तान और इमरान खान न करें भारतीय मुसलमानों की चिंता!

एसपी मित्तल संविधान के अनुच्छेद 370 में बदलाव करने और जम्मू कश्मीर राज्य को केन्द्र शासित प्रदेश बनाने के फैसले के बाद पड़ौसी देश पाकिस्तान और प्रधानमंत्री इमरान खान बौखलाए हुए हैं। भारत पर उनके प्रतिबंध लगाने के साथ ही भारत के मुसलमानों की जान को ख


पाकिस्तान और इमरान खान न करें भारतीय मुसलमानों की चिंता!
एसपी मित्तल 
संविधान के अनुच्छेद 370 में बदलाव करने और जम्मू कश्मीर राज्य को केन्द्र शासित प्रदेश बनाने के फैसले के बाद पड़ौसी देश पाकिस्तान और प्रधानमंत्री इमरान खान बौखलाए हुए हैं। भारत पर उनके प्रतिबंध लगाने के साथ ही भारत के मुसलमानों की जान को खतरा बताया जा रहा है।

इमरान खान ने पाकिस्तान की संसद में कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार मुसलमानों पर जुल्म कर रही है। इसमें कोई दो राय नहीं कि अब जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान परस्त नेताओं की खैर नहीं। जो नेता कल तक कश्मीर में पाकिस्तान के झंडे लहराने को उचित मानते थे, उन पर अंकुश लगेगा। लेकिन जम्मू कश्मीर सहित देशभर में रहने वाले किसी भी मुसलमान को कोई परेशानी नहीं है।

इमरान खान कुछ भी बकवास कर लें, लेकिन सच्चाई यह है कि हिन्दुओं की कॉलोनियों में रहने वाले दो-चार मुस्लिम परिवार स्वयं को सबसे ज्यादा सुरक्षित समझते हैं। यह स्थिति भारत के किसी एक राज्य की नहीं बल्कि पूरे देश की है। अनेक मुस्लिम परिवार तो मुस्लिम बस्तियों को छोड़ कर हिन्दुओं की कॉलोनियों में मकान खरीद रहे हैं। जब हिन्दुओं की कॉलोनियों में मुसलमान स्वयं को सुरक्षित समझ रहा है तो जुल्म की बात कहां से आती है?

भारत में रहने वाले मुसकमान को भी पता है कि पाकिस्तान और इमरान खान झूुठ बोल रहे हैं, इसलिए अब भारत के मुसलमानों को आगे आना चाहिए। यदि अब भी मुसलमान चुप रहा तो फिर कट्टरपंथी सोच वाले लोग हावी हो जाएंगे। जहां तक हिन्दू की प्रवृत्ति का सवाल है तो हिन्दू तो सूफी संतों की दरगाहों पर भी सिर झुकाता है। अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह है। दरगाह के आसपास अधिकांश दुकानें हिन्दुओं की है। अनेक दुकानदार दुकान खोलने से पहले दरगाह की सीढिय़ों पर चाबियों को रखता है ताकि कारोबार अच्छा हो। दरगाह के खादिम मानते हैं कि मुसलमान से ज्यादा हिन्दू परिवार जियारत के लिए आ रहे हैं।

मुस्लिम समुदाय में ऐसे लोग भी मिल जाएंगे जो सूफी संतों की मजार पर सिर नहीं झुकाते, लेकिन यहां आने वाले सभी हिन्दू पूरी शिद्दत के साथ मजार पर सिर झुकाते हैं। जितने सम्मान और सुकून के  साथ मुसलमान भारत में रह रहा है उनका सम्मान तो किसी मुस्लिम राष्ट्र में भी नहीं है।

1947 में विभाजन के बाद पाकिस्तान में हिन्दुओं के साथ भेदभाव किया, लेकिन भारत में हिन्दुओं से ज्यादा अधिकार मुसलमानों को मिले हैं। यही वजह है कि भारत में पाकिस्तान से भी ज्यादा मुसलमान रह रहे हैं। जम्मू कश्मीर में शांति रहे इसके लिए भारत को हर कदम उठाने का अधिकार है। इमरान को अपने पाकिस्तन की चिंता करनी चाहिए।