3 हफ्ते तक 'फूलन देवी' का हुआ था गैंगरेप, ज़िन्दगी की कहानी पर बन चुकी है फिल्म

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3 हफ्ते तक 'फूलन देवी' का हुआ था गैंगरेप, ज़िन्दगी की कहानी पर बन चुकी है फिल्म

कई बार गैंगरेप, अत्याचार फिर डाकू से सांसद बनीं फूलन देवी की जिंदगी का सफर रोंगटे खड़े करने वाला है। लेखिका माला सेन ने फूलन देवी की जिंदगी पर 'बैंडिट क्वीन: द ट्रू स्टोरी ऑफ फूलन देवी' किताब लिखी थी। जिस पर 1994 में शेखर कपूर ने फिल्म 'बैंडिट क्वीन


3 हफ्ते तक 'फूलन देवी' का हुआ था गैंगरेप, ज़िन्दगी की कहानी पर बन चुकी है फिल्म
कई बार गैंगरेप, अत्याचार फिर डाकू से सांसद बनीं फूलन देवी की जिंदगी का सफर रोंगटे खड़े करने वाला है। लेखिका माला सेन ने फूलन देवी की जिंदगी पर 'बैंडिट क्वीन: द ट्रू स्टोरी ऑफ फूलन देवी' किताब लिखी थी। जिस पर 1994 में शेखर कपूर ने फिल्म 'बैंडिट क्वीन' बनाई।

फिल्म में सीमा बिश्वास ने मुख्य किरदार निभाया था। उस साल इस फिल्म को बेस्ट फीचर फिल्म का नेशनल अवॉर्ड मिला था। साथ ही फिल्मफेयर का बेस्ट फिल्म क्रिटिक्स अवॉर्ड और बेस्ट डायरेक्शन का भी अवॉर्ड मिला था।

10 अगस्त 1963 को उत्तर प्रदेश के जालौन के घूरा का पुरवा गांव में फूलन देवी का जन्म एक मल्लाह परिवार में हुआ था। फूलन देवी का बचपन बेहद गरीबी में बीता था लेकिन वो बचपन से ही दबंग थीं। 10 साल की उम्र में जब उन्हें पता चला कि चाचा ने उनकी जमीन हड़प ली है तो चचेरे भाई के सिर पर ईंट मार दी थी। फूलन के घरवाले उनकी इस हरकत से इतना नाराज हो गए थे कि महज 10 साल की उम्र में 35 साल बड़े आदमी से शादी कर दी थी।