भारत छोड़ो आन्दोलन की 77 वीं वर्षगांठ के अवसर पर वृक्षारोपण
अज़हर उमरी, उन्नाव। भारत छोड़ो आन्दोलन की 77 वीं वर्षगांठ के अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश में पर्यावरण का संतुलन स्थापित हो, इसके लिये पूरे प्रदेश में 22 करोड़ पौधारोपण करने का निर्णय उनके निर्देश का पालन करते हुए प्राथमिक विद्यालय हिम्मतगढ़ ब्लॉक न
अज़हर उमरी, उन्नाव। भारत छोड़ो आन्दोलन की 77 वीं वर्षगांठ के अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश में पर्यावरण का संतुलन स्थापित हो, इसके लिये पूरे प्रदेश में 22 करोड़ पौधारोपण करने का निर्णय उनके निर्देश का पालन करते हुए प्राथमिक विद्यालय हिम्मतगढ़ ब्लॉक नवाबगंज उन्नाव में प्रधानाध्यापक शबाना खान की नेतृत्व में पौधारोपण किया गया।
जिसमे कंचन अवस्थी, उदय नारायण का विशेष सहयोग रहा, इस मौके पर शबाना खान छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि वृक्ष आक्सीजन की सिलेन्डर की तरह कार्य करते हैं। पर्यावरण का संतुलन हमारे जीवन में स्वास्थ्य सम्बन्धित सभी आवश्यकताओं की पूर्ति करता है।
हम लोगों के स्वस्थ्य जीवन जीने में सहायक बनता है। पर्यावरण का असंतुलन व्यक्ति की शारीरिक क्षमताओं पर भी असर डालता है। जलवायु परिवर्तन से जो दुष्परिणाम पड़ रहा है, उससे बचने के लिए मा0 मुख्यमंत्री जी ने पूरे प्रदेश में 22 करोड़ पौधारोपण का अभूतपूर्व निश्चय किया है।
जिसमे कंचन अवस्थी, उदय नारायण का विशेष सहयोग रहा, इस मौके पर शबाना खान छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि वृक्ष आक्सीजन की सिलेन्डर की तरह कार्य करते हैं। पर्यावरण का संतुलन हमारे जीवन में स्वास्थ्य सम्बन्धित सभी आवश्यकताओं की पूर्ति करता है।
हम लोगों के स्वस्थ्य जीवन जीने में सहायक बनता है। पर्यावरण का असंतुलन व्यक्ति की शारीरिक क्षमताओं पर भी असर डालता है। जलवायु परिवर्तन से जो दुष्परिणाम पड़ रहा है, उससे बचने के लिए मा0 मुख्यमंत्री जी ने पूरे प्रदेश में 22 करोड़ पौधारोपण का अभूतपूर्व निश्चय किया है।