...तो अब इन्हीं ईवीएम से विपक्ष की जीत और भाजपा की हार हो रही है

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

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...तो अब इन्हीं ईवीएम से विपक्ष की जीत और भाजपा की हार हो रही है

एसपी मित्तल 4 मई को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उम्मीद थी कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राहुल गांधी की यूके वाली बैकॉप्स कंपनी पर रक्षा सौदों को लेकर जो गंभीर आरोप लगाए है उनका जवाब राह


...तो अब इन्हीं ईवीएम से विपक्ष की जीत और भाजपा की हार हो रही है
एसपी मित्तल 
4 मई को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उम्मीद थी कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राहुल गांधी की यूके वाली बैकॉप्स कंपनी पर रक्षा सौदों को लेकर जो गंभीर आरोप लगाए है उनका जवाब राहुल गांधी देेंगे। लेकिन राहुल गांधी ने आधे घंटे की प्रेस कॉन्फ्रेंस में शुरू की आठ-दस लाइन अपनी ओर से बोली। बाद में पत्रकारों से सवाल पूछने के लिए कह दिया।

कांग्रेस सहित 21 राजनीतिक दलों ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर कर ईवीएम की मतदान प्रक्रिया पर शक जताया है। विपक्षी दलों की मांग है कि वीवीपेट की पचास प्रतिशत पर्चियों का मिलान ईवीएम में दर्ज वोटों से करवाया जाए।

पुनर्विचार याचिका पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आना है, लेकिन चार मई को राहुल गांधी ने साफ कर दिया कि कांग्रेस के आंतरिक सर्वे के अनुरूप देशभर में भाजपा और नरेन्द्र मोदी चुनाव हार रहे हैं और विपक्षी दल जीत रहे हैं। यानि मतदान के इसी प्रकार से विपक्ष की जीत हो रही है। आधा घंटे प्रेस कॉन्फ्रेंस में ईवीएम की गड़बड़ी पर कोई टिप्पणी नहीं की।

अब यदि 23 मई को भाजपा की जीत होती है तो कम से कम राहुल गांधी तो ईवीएम को दोषी नहीं ठहराएंगे। राहुल का कहना है कि देश में आधे से ज्यादा स्थानों पर चुनाव हो चुका है, जो हवा बह रही है वह भाजपा के खिलाफ है। विपक्ष की जीत पर प्रधानमंत्री कौन बनेगा के सवाल पर राहुल ने कहा कि कांग्रेस और मेरा काम भाजपा और नरेन्द्र मोदी को हराना है। परिणाम के बाद प्रधानमंत्री का फैसला देश की जनता करेगी। राहुल ने कहा कि 2014 की भाजपा की जीत के बाद मीडिया भी कह रहा था कि 15-20 वर्षों तक मोदी को कोई हरा नहीं सकता, लेकिन मैंने पांच वर्षों में हालात बदल दिए।

अब मोदी के चेहरे पर हार देखी जा सकती है। राफेल विमान सौदे पर सुप्रीम कोर्ट में माफी मांगने का दबाव भी राहुल गांधी पर देखा गया। राहुल ने कहा कि सुनवाई के दौरान मैंने सुप्रीम कोर्ट का उल्लेख कर गलत काम किया, इसलिए माफी मांगी है, लेकिन चौकीदार चोर है के बयान पर मैं अभी भी कायम हूं। अब यह एक राजनीतिक नारा बन गया है।

मोदी मेरी चुनौती स्वीकार कर मेरे साथ सीधा संवाद करें तो मैं राफेल सौदे पर उनकी बात फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ओलान्द से भी करा सकता हूं। लेकिन मुझे पता है कि मोदी मेरा सामना नहीं कर सकते हैं। मोदी तो प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से भी डरते हैं। राहुल ने चुनाव आयोग पर विपक्ष के प्रतिकूल होने का आरोप लगाया।
(ये लेखक के निजी विचार हैं)