बेटे ने ही की थी जमीन के लालच में पिता की हत्या
मुजफ्फरनगर। तितावी थाना क्षेत्र के गांव खेडी दूधाधारी के जंगल में मिले अनिल के शव की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है उसकी हत्या उसी के पुत्र ने की थी। गौरतलब है कि गत दिवस तितावी थाना क्षेत्र के गांव खेडी दूधाधारी के जंगल में हरपाल प्रमुख के नलकूप के पा
मुजफ्फरनगर। तितावी थाना क्षेत्र के गांव खेडी दूधाधारी के जंगल में मिले अनिल के शव की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है उसकी हत्या उसी के पुत्र ने की थी।
गौरतलब है कि गत दिवस तितावी थाना क्षेत्र के गांव खेडी दूधाधारी के जंगल में हरपाल प्रमुख के नलकूप के पास अनिल पुत्र जोगेंद्र का शव पडा मिला था। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर परीक्षण हेतु भेज दिया था और मामले की तहकीकात में जुट गयी थी।
उक्त घटना के विषय में पुलिस लाइन स्थित सभागार में आयोजित पे्रसवार्ता के दौरान एसएसपी अभिषेक यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस द्वारा जब इस मामले में तहकीकात की गयी तो सामने आया कि मृतक अनिल के नाम दस बीघा जमीन थी यह जमीन उसने गांव के ही बब्बल बाल्भीकि को ठेके पर दी गयी थी अनिल अपने घर पर न रहकर बब्बल के घर पर ही रह रहा था और अपने पुत्र गुड्डू को जमीन का एक भी पैसा नहीं देता था। पुलिस ने बताया कि गुड्डू मजदूरी कर अपना पेट पाल रहा था।
पिता पुत्र नशे के आदी थे। नौ जुलाई की देर शाम अनिल शराब पीकर हरपाल प्रमुख के नलकूप के पास लेटा हुआ था तभी उसके पुत्र गुड्डू ने उसके सिर में डंडा मारकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने गुड्डू को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त डंडा बरामद कर लिया है। एसएसपी अभिषेक यादव ने घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की घौषणा की है। टीम में एसओ तितावी धर्मेन्द्र सिंह, एसएसआई वीरेंद्र सिंह, एसआई ललित कुमार, केके यादव, कां. प्रिंस भाटी, शलभ कुमार व किशनपाल शामिल रहे।
गौरतलब है कि गत दिवस तितावी थाना क्षेत्र के गांव खेडी दूधाधारी के जंगल में हरपाल प्रमुख के नलकूप के पास अनिल पुत्र जोगेंद्र का शव पडा मिला था। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर परीक्षण हेतु भेज दिया था और मामले की तहकीकात में जुट गयी थी।
उक्त घटना के विषय में पुलिस लाइन स्थित सभागार में आयोजित पे्रसवार्ता के दौरान एसएसपी अभिषेक यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस द्वारा जब इस मामले में तहकीकात की गयी तो सामने आया कि मृतक अनिल के नाम दस बीघा जमीन थी यह जमीन उसने गांव के ही बब्बल बाल्भीकि को ठेके पर दी गयी थी अनिल अपने घर पर न रहकर बब्बल के घर पर ही रह रहा था और अपने पुत्र गुड्डू को जमीन का एक भी पैसा नहीं देता था। पुलिस ने बताया कि गुड्डू मजदूरी कर अपना पेट पाल रहा था।
पिता पुत्र नशे के आदी थे। नौ जुलाई की देर शाम अनिल शराब पीकर हरपाल प्रमुख के नलकूप के पास लेटा हुआ था तभी उसके पुत्र गुड्डू ने उसके सिर में डंडा मारकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने गुड्डू को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त डंडा बरामद कर लिया है। एसएसपी अभिषेक यादव ने घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की घौषणा की है। टीम में एसओ तितावी धर्मेन्द्र सिंह, एसएसआई वीरेंद्र सिंह, एसआई ललित कुमार, केके यादव, कां. प्रिंस भाटी, शलभ कुमार व किशनपाल शामिल रहे।