योजना का नाम किसान सम्मान है लेकिन मोदी सरकार की नीयत में ही किसानों का सम्मान नहीं है: कांग्रेस

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

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योजना का नाम किसान सम्मान है लेकिन मोदी सरकार की नीयत में ही किसानों का सम्मान नहीं है: कांग्रेस

रायपुर। किसान सम्मान निधि की राशि बैंकों में जमा करने के बाद वापस लिए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि किसानों का पैसा वापस लेकर भाजपा ने अपने धोखेबा वाले चरित्र को एक बार फिर से दोहराव किय


योजना का नाम किसान सम्मान है लेकिन मोदी सरकार की नीयत में ही किसानों का सम्मान नहीं है: कांग्रेस
रायपुर।  किसान सम्मान निधि की राशि बैंकों में जमा करने के बाद वापस लिए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि किसानों का पैसा वापस लेकर भाजपा ने अपने धोखेबा वाले चरित्र को एक बार फिर से दोहराव किया है। किसानों और देश के मतदाताओं को धोखा देने की भाजपा की पुरानी फितरत है। 

चुनाव के पहले किसानों को सम्मान निधि देने की घोषणा किया और जिन राज्यों में मतदान हो गया वहां पर चुनाव के बाद किसानों के खाते से पैसे वापस लेना शुरू कर दिया। मोदी भाजपा की नीति लोकसभा चुनाव की वोटिंग खत्म किसान सम्मान निधि का पैसा हजम वाली है। 

यही वजह है किसान सम्मान निधि की पहली राशि 2000 रुपया किसानों के खाते में जमा करने के संदेश मोबाइल में आने के बाद मोदी की सरकार ने किसान के बैंक खाते से उक्त राशि वापस निकाल लिये है। ये किसानों का सम्मान नहीं बल्कि मोदी-भाजपा के द्वारा किसानों अपमान किया गया। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि किसानों को जब आर्थिक मदद देने की बारी आती है तब मोदी और भाजपा का दिल कचोटता है। मोदी के दिल दिमाग में किसानों के प्रति जो कटुता है वो उजागर हो गया है। 

कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ में किसानों का कर्जा माफ किया और 2500 रुपया प्रति क्विंटल में धान की खरीदी की, तब यही भाजपा के लोग विरोध करने लगे थे। पूर्व की रमन सरकार ने 2013 में किसानों को धान का समर्थन मूल्य 2100 रू. प्रति क्विंटल और 300 रू. बोनस देने का वादा किया था, लेकिन दो साल का  बोनस आज भी बकाया है। 

इससे स्पष्ट होता है कि मोदी-भाजपा की नजर पर किसान महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि उनके वोट प्राप्ति के लिए यह झूठ का योजना लाये थे और मतदान होने के बाद किसान सम्मान निधि की जमा राशि को वापस लेकर किसानों को ठेंगा दिखा रहे हैं। किसान सम्मान निधि की राशि किसानों केे खाते में जमा होने के बाद वापस हो जाना एक बड़े घोटाले की ओर इशारा कर रहा है।