काशी के बुज़ुर्ग की पीलीभीत मे नृसंश हत्या

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काशी के बुज़ुर्ग की पीलीभीत मे नृसंश हत्या

राकेश पाण्डेय वाराणसी। विश्वनाथ धाम कॉरिडोर योजना में अपना घर विश्वनाथ धाम को देकर उसके मुआवज़े के स्वरुप में लाखों रूपये पाने वाले बुज़ुर्ग पद्माकर पांडेय की हत्या का सफल अनावरण वाराणसी पुलिस ने किया है। पीलीभीत निवासी सुनील शर्मा ने फेसबुक से दोस्ती


काशी के बुज़ुर्ग की पीलीभीत मे नृसंश हत्याराकेश पाण्डेय
वाराणसी। विश्वनाथ धाम कॉरिडोर योजना में अपना घर विश्वनाथ धाम को देकर उसके मुआवज़े के स्वरुप में लाखों रूपये पाने वाले बुज़ुर्ग पद्माकर पांडेय की हत्या का सफल अनावरण वाराणसी पुलिस ने किया है। पीलीभीत निवासी सुनील शर्मा ने फेसबुक से दोस्ती कर बुज़ुर्ग को पीलीभीत ले जाकर जंगलों में अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या कर दी थी। फिलहाल पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि एक की तलाश जारी हैं।

सर्विलांस से खुला अपहरण की साजिश का राज
इस सम्बन्ध में पुलिस लाइन सभागार में एसएसपी सुरेश राव आनंद कुलकर्णी ने बताया कि चौक थाने में पद्माकर पांडेय के अपहरण का मुकदमा दर्ज हुआ था। इस सम्बन्ध में सर्विलांस की सहायता से पता चला कि पद्माकर पांडेय को अपहरणकर्ता पीलीभीत ले गए हैं, जहाँ विगत दिनों उनकी लाश पीलीभीत टाइगर रिज़ॉर्ट में मिली थी। इसपर चौक थाने की एक टीम हत्यारोपियों की तलाश में पीलीभीत गयी थी जहां उसे बड़ी सफलता हाथ लगी है।

ईलाज के बहाने लखनऊ से पीलीभीत ले गये थे हत्यारे
एसएसपी ने बताया कि थानाध्यक्ष चौक अमित कुमार मिश्रा की टीम ने पीलीभीत में दबिश देकर सर्विलांस और मुखबिर के सहयोग से अभियुक्त सुनील शर्मा निवासी सी 6 बल्लभनगर थाना सोनागढी जनपद पीलिभीत उसके भांजे गोपी शर्मा निवासीथाना गजरौला जनपद पीलिभीत एवं रमेश शर्मा निवासी ग्राम संडई, थाना मधोतोड़ा, जनपद पीलिभीत को गिरफ्तार करने में सफलता प्रापत की है।

गलत हस्ताक्षर से बाउन्स हुए चेक, हडबडी मे कर दिये हत्या
पूछताछ में मुख्य अभियुक्त सुनील शर्मा ने बताया कि उसने पद्माकर पांडेय से फेसबुक पर दोस्ती की उसी दौरान उसे पता चाला की विश्वनाथ कॉरिडोर में घर देने के बाद इनके खाते में 55 लाख रुपया मुआवज़े के रूप में आया हैं। इस पैसे को हड़पने के लिए वाराणसी आकर उन्हें इलाज के नाम पर लखनऊ ले आया और कुछ दिन बाद अपने घर पीलीभीत ले आया। यहां अपने भांजे गोपी और रमेश के साथ मिलकर पैसे हड़पने का प्लान बनाया और पद्माकर से कई चेकों पर साइन करा लिया पर सभी चेक गलत हस्ताक्षर की वजह से बाउंस हो गए। इस गुस्से मे हम लोग उसे किशन लाल पासी के साथ पीलीभीत टाइगर रिसार्ट ले गए, वहां उसकी गोली मारकर हत्या कर दी और लाश को वहीं फेक कर आ गए।

यूपी उत्तराखंड के कई जिलो मे है सुनील का खौफ
एसएसपी ने बताया कि अभियुक्त् सुनिल शर्मा काफी शातिर अपराधी है इसके विरुद्धबरेली,पीलीभीत,उत्राखण्ड व उसके आस पास के जनपदो मे कई मुकदमे दर्ज है । यह बुजुर्ग लोगो को फेसबुक व सोशल नेटवर्किंग के द्वारा दोस्त बनाकर बहला फुसलाकर प्रलोभन देकर विश्वास मे लेकर उनके घर आना जाना व उसकी अंतरंग विडियो बनाकर ब्लैकमेल करना व पैसो की डिमाण्ड करता था ।

असलहा, कपडे बरामद, एक आरोपी फरार
एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि इनका साथ किशन लाल निवासी भैरवकला थाना माधोटाण्डा जनपद पीलीभीत अभी फरार है। उसे भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इनके पास एक अदद कट्टा भी बरामद किया गया है साथ मृतक का खून से सना कपडा और मृतक की चेकबुक और बैग भी बरामद हुए हैं। उक्त अपराधियों को गिरफ्तार करने में उपनिरीक्षक अमित कुमार मिश्रा, उपनिरीक्षक सुरेन्द्र प्रसाद यादव, उपनिरीक्षक सुभाष यादव, कांस्टेबल अली अतहर, कांस्टेबल बृजेश यादव और कांस्टेबल विक्की ने मुख्य भूमिका निभाई।