रमजान के दौरान इफ्तार और सहरी में ऐसा हो आपका आहार
नई दिल्ली। जो लोग रमजान के पवित्र महीने में रोजा रखते हैं, उनके लिए पोषक आहार के साथ दिन की शुरुआत करना बेहतर होगा, ताकि उनका शरीर दिनभर तृप्त महसूस करे और वे ऊर्जावान बने रहें। 'उमंग वर्ल्ड' के संस्थापक, मुख्य कार्यकारी अधिकारी व पोषण विशेषज्ञ उमंग
नई दिल्ली। जो लोग रमजान के पवित्र महीने में रोजा रखते हैं, उनके लिए पोषक आहार के साथ दिन की शुरुआत करना बेहतर होगा, ताकि उनका शरीर दिनभर तृप्त महसूस करे और वे ऊर्जावान बने रहें। 'उमंग वर्ल्ड' के संस्थापक, मुख्य कार्यकारी अधिकारी व पोषण विशेषज्ञ उमंग अग्रवाल ने इस संबंध में ये सुझाव दिए हैं :
सहरी (अल सुबह)
* तड़के खाए जाने वाली सहरी को कभी नहीं छोड़ें क्योंकि यह आपके लिए मुख्य भोजन है, जिस पर पूरा दिन आपका शरीर निर्भर रहता है।
* रात में भीगे बादाम आदि के साथ अपने दिन की शुरुआत करें और फिर फलों के साथ जूस या दूध का सेवन करें।
* दिनभर खुद को तृप्त महसूस कराने के लिए उच्च-फाइबर वाला आहार जैसे सब्जियों के साथ पनीर/ चिकन/अंडे के साथ मल्टीग्रेन वाली रोटी का सेवन करें।
* ओट्स या म्लटीग्रेन आटे से बने स्टफ परांठे के साथ नॉन-स्टिक पैन पर बने पनीर या अंडे की भुरजी खाएं, जिससे दिनभर आपके शरीर को तृप्ति महसूस होगी।
* इफ्तार (रात्रिभोज के समय)
* शाम के समय नमक और चीनी डाले गए एक गिलास नींबू पानी के रोजा खोलें, इससे आपके शरीर में पानी की कमी नहीं होगी।
* खजूर परंपरागत रूप से और स्वास्थ्य के लिहाज से भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये ऊर्जा स्रोत और महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
* मधुमेह रोगियों को खजूर के सेवन से बचना चाहिए और जिन्हें लैक्टोस से समस्या है, वे नियमित दूध के बजाय सोया मिल्क का सेवन कर सकते हैं।
* थोड़े अंतराल के बाद उचित रूप से आहार का सवेन करें, जिसमें ब्राउन राइस या उच्च फाइबर युक्त रोटी, ढेर सारा वेजिटेबल सलाद, लीन मीट, मछली या अंडा शामिल हो।
सहरी (अल सुबह)
* तड़के खाए जाने वाली सहरी को कभी नहीं छोड़ें क्योंकि यह आपके लिए मुख्य भोजन है, जिस पर पूरा दिन आपका शरीर निर्भर रहता है।
* रात में भीगे बादाम आदि के साथ अपने दिन की शुरुआत करें और फिर फलों के साथ जूस या दूध का सेवन करें।
* दिनभर खुद को तृप्त महसूस कराने के लिए उच्च-फाइबर वाला आहार जैसे सब्जियों के साथ पनीर/ चिकन/अंडे के साथ मल्टीग्रेन वाली रोटी का सेवन करें।
* ओट्स या म्लटीग्रेन आटे से बने स्टफ परांठे के साथ नॉन-स्टिक पैन पर बने पनीर या अंडे की भुरजी खाएं, जिससे दिनभर आपके शरीर को तृप्ति महसूस होगी।
* इफ्तार (रात्रिभोज के समय)
* शाम के समय नमक और चीनी डाले गए एक गिलास नींबू पानी के रोजा खोलें, इससे आपके शरीर में पानी की कमी नहीं होगी।
* खजूर परंपरागत रूप से और स्वास्थ्य के लिहाज से भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये ऊर्जा स्रोत और महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
* मधुमेह रोगियों को खजूर के सेवन से बचना चाहिए और जिन्हें लैक्टोस से समस्या है, वे नियमित दूध के बजाय सोया मिल्क का सेवन कर सकते हैं।
* थोड़े अंतराल के बाद उचित रूप से आहार का सवेन करें, जिसमें ब्राउन राइस या उच्च फाइबर युक्त रोटी, ढेर सारा वेजिटेबल सलाद, लीन मीट, मछली या अंडा शामिल हो।