बेटे को IPS बनाने के लिए सड़क पर ऑटो चला रही है ये मां...
मां तो मां है। वो हर हाल में अपने बच्चे को पढ़ाएगी लिखाएगी। खुद मेहनत मजदूरी करेगी, रात दिन नहीं देखेगी लेकिन बच्चे का भविष्य सुधार जाएगी। आज ऐसी ही मां की कहानी हम लेकर आए हैं। कहानी पंजाब की एक महिला की है। महिला का नाम बलजिंदर कौर है। बलजिंदर अपन
मां तो मां है। वो हर हाल में अपने बच्चे को पढ़ाएगी लिखाएगी। खुद मेहनत मजदूरी करेगी, रात दिन नहीं देखेगी लेकिन बच्चे का भविष्य सुधार जाएगी। आज ऐसी ही मां की कहानी हम लेकर आए हैं। कहानी पंजाब की एक महिला की है। महिला का नाम बलजिंदर कौर है। बलजिंदर अपने बेटे के साथ मोहाली के फेज 11 में रहती है।
कठिन परिस्थितियों से लड़कर परिवार का पालन-पोषण कर रही बलजिंदर कौर एक ऐसी मिसाल है, जो कि न केवल अपने बच्चों को, बल्कि अपने बुजुर्ग माता-पिता की भी देखभाल कर रही है। बलजिंदर कौर अकेली महिला है, जो मोहाली में ऑटो रिक्शा चलाती है। वह अपने बेटे को पुलिस अफसर IPS बनाना चाहती है।
बलजिंदर कौर ने बताया कि उसका 8 वर्ष का एक बेटा है, जबकि पति से काफी समय पहले तलाक हो चुका है। बलजिंदर कौर ने बताया कि उसके पिता अपाहिज हैं। पहले भाई ऑटो चलाता था। उसकी मौत हो चुकी है। ऐसे में परिवार को पालने की जिम्मेदारी उसके कंधों पर आ गई।
पहले उसने ऑटो को किराए पर चलाने के लिए दिया था लेकिन किराए की रकम से घर का खर्च निकलना मुश्किल हो गया। वहीं, किराए पर ऑटो ले जाने वालों ने ऑटो की हालत भी खराब कर दी। वह उस समय घर में सिलाई-कढ़ाई का काम करके भी कुछ कमा रही थी लेकिन इससे भी गुजारा नहीं हो पा रहा था।
इसके बाद उसने खुद ही ऑटो चलाने का फैसला लिया। इसके लिए उसने बाकायदा एक महीना ऑटो चलाने की ट्रेनिंग ली। इसके बाद वह ऑटो लेकर सड़क पर निकली। उसने बताया कि पहले उसे डर लगता था पर अब उसे कोई डर नहीं लगता है।
बलजिंदर कौर ने बताया कि वह खुद पांचवीं कक्षा पास है लेकिन अपने बेटे को एक अच्छा इंसान और बड़ा आदमी बनाना चाहती है। उसके बेटे का कहना है कि वह पुलिस अफसर बनकर देश की सेवा करना चाहता है। बलजिंदर कौर ऑटो रिक्शा चलाने के साथ परिवार को भी पूरा समय देती है। वह सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक ऑटो रिक्शा चलाती है।
कठिन परिस्थितियों से लड़कर परिवार का पालन-पोषण कर रही बलजिंदर कौर एक ऐसी मिसाल है, जो कि न केवल अपने बच्चों को, बल्कि अपने बुजुर्ग माता-पिता की भी देखभाल कर रही है। बलजिंदर कौर अकेली महिला है, जो मोहाली में ऑटो रिक्शा चलाती है। वह अपने बेटे को पुलिस अफसर IPS बनाना चाहती है।
बलजिंदर कौर ने बताया कि उसका 8 वर्ष का एक बेटा है, जबकि पति से काफी समय पहले तलाक हो चुका है। बलजिंदर कौर ने बताया कि उसके पिता अपाहिज हैं। पहले भाई ऑटो चलाता था। उसकी मौत हो चुकी है। ऐसे में परिवार को पालने की जिम्मेदारी उसके कंधों पर आ गई।
पहले उसने ऑटो को किराए पर चलाने के लिए दिया था लेकिन किराए की रकम से घर का खर्च निकलना मुश्किल हो गया। वहीं, किराए पर ऑटो ले जाने वालों ने ऑटो की हालत भी खराब कर दी। वह उस समय घर में सिलाई-कढ़ाई का काम करके भी कुछ कमा रही थी लेकिन इससे भी गुजारा नहीं हो पा रहा था।
इसके बाद उसने खुद ही ऑटो चलाने का फैसला लिया। इसके लिए उसने बाकायदा एक महीना ऑटो चलाने की ट्रेनिंग ली। इसके बाद वह ऑटो लेकर सड़क पर निकली। उसने बताया कि पहले उसे डर लगता था पर अब उसे कोई डर नहीं लगता है।
बलजिंदर कौर ने बताया कि वह खुद पांचवीं कक्षा पास है लेकिन अपने बेटे को एक अच्छा इंसान और बड़ा आदमी बनाना चाहती है। उसके बेटे का कहना है कि वह पुलिस अफसर बनकर देश की सेवा करना चाहता है। बलजिंदर कौर ऑटो रिक्शा चलाने के साथ परिवार को भी पूरा समय देती है। वह सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक ऑटो रिक्शा चलाती है।