बिस्तर पर लेटे डाला वोट, 2 घंटे बाद मौत
मुजफ्फरनगर में 85 साल की किश्नो देवी ने एक हफ्ते से कुछ नहीं खाया था, वह बीमार थीं। उठने-चलने में असमर्थ होने की वजह से वह बिस्तर में ही पड़ी रहती थीं। उनकी आखिरी इच्छा थी कि वह दुनिया को अलविदा कहने से पहले एक बार वोट जरूर करें। 11 अप्रैल को पहले च
मुजफ्फरनगर में 85 साल की किश्नो देवी ने एक हफ्ते से कुछ नहीं खाया था, वह बीमार थीं। उठने-चलने में असमर्थ होने की वजह से वह बिस्तर में ही पड़ी रहती थीं।
उनकी आखिरी इच्छा थी कि वह दुनिया को अलविदा कहने से पहले एक बार वोट जरूर करें। 11 अप्रैल को पहले चरण के चुनाव में जब उनके क्षेत्र के लोग वोट करने जा रहे थे, तो वह भी पोलिंग बूथ जाने की जिद करने लगी। किसी तरह वहां पहुंचकर उन्होंने वोट डालकर मताधिकार का प्रयोग किया और एक-दो घंटे बाद ही उनकी मौत हो गई।
एनबीटी की रिपोर्ट के अनुसार अपने आखिरी पल में किश्नो काफी संतुष्ट थीं कि जाते-जाते उन्होंने एक देश के एक सच्चे नागरिक का फर्ज अदा किया। वोट डालने के बाद उनके चेहरे में एक चौड़ी मुस्कान यह जाहिर कर रही थी।
उनकी आखिरी इच्छा थी कि वह दुनिया को अलविदा कहने से पहले एक बार वोट जरूर करें। 11 अप्रैल को पहले चरण के चुनाव में जब उनके क्षेत्र के लोग वोट करने जा रहे थे, तो वह भी पोलिंग बूथ जाने की जिद करने लगी। किसी तरह वहां पहुंचकर उन्होंने वोट डालकर मताधिकार का प्रयोग किया और एक-दो घंटे बाद ही उनकी मौत हो गई।
एनबीटी की रिपोर्ट के अनुसार अपने आखिरी पल में किश्नो काफी संतुष्ट थीं कि जाते-जाते उन्होंने एक देश के एक सच्चे नागरिक का फर्ज अदा किया। वोट डालने के बाद उनके चेहरे में एक चौड़ी मुस्कान यह जाहिर कर रही थी।