मौसम की मार, अस्पतालों में मरीज बेशुमार...

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मौसम की मार, अस्पतालों में मरीज बेशुमार...

ठाकुरद्वारा (मुरादाबाद)। बदलते मौसम में बुखार का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। खासकर बच्चे और बुजुर्ग बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। निजी अस्पतालों से लेकर सरकारी अस्पताल बुखार के मरीजों से भरे हैं। सरकारी अस्पताल में मरीजों का आंकड़ा बढ़कर एक हजार पहुंच गया


मौसम की मार, अस्पतालों में मरीज बेशुमार...
ठाकुरद्वारा (मुरादाबाद)। बदलते मौसम में बुखार का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। खासकर बच्चे और बुजुर्ग बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। निजी अस्पतालों से लेकर सरकारी अस्पताल बुखार के मरीजों से भरे हैं।

 सरकारी अस्पताल में मरीजों का आंकड़ा बढ़कर एक हजार पहुंच गया है। इसमें तकरीबन पांच सौ मरीज ऐलोपैथिक उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। तीन सौ मरीज होम्योपैथी और दो मरीजों के आसपास आयुर्वेदिक उपचार के लिए प्रतिदिन पहुंच रहे हैं।

चिकित्सकों का कहना है कि प्रतिदिन करीब पचास फीसद मरीजों में वायरल फीवर के लक्षण हैं। हालाांकि, सभी मरीजों की बुखार की  जांच कराने की आवश्यक्ता नहीं पड़ती है।  ज्यादातर मरीज नार्मल दवाई से ठीक हो जाते हैं। तेजी से फैलते बुखार के चलते इमरजेंसी वार्ड में भी सभी बेड फुल हैं। चिकित्सकों ने वायरल फीवर से बचने को मच्छरों से बचाव करने, साफ सफाई और सामान्य तापमान में रहने की सलाह दी है।

दो मरीजों को जांच में मलेरिया
सरकारी अस्पताल में भर्ती मरीजों की जांच में दो मरीजों को मलेरिया की पुष्टि हुई है। चिकित्साधीक्षक नितिन आनंद पंत के अनुसार बुखार के लक्षण होने पर अस्पताल में ही जांच कराई जा रही है। इसमें बृहस्पतिवार को दो मरीजों को मलेरिया की पुष्टि की गई है।

सितंबर-सितंबर अक्टूबर महीना में मलेरिया, डेंगू समेत दीगर बीमारियां फैलने की आशंका रहती है। इनकी रोकथाम को लोगों को जागरूक किया जा रहा है। घर के कूलर गमलों में पानी जमा नहीं होने दें और आसपास गड्ढों में पानी नहीं भरने दे। विभागीय स्तर पर भी जगह-जगह कैंप लगाने के साथ एंटी लार्वा स्पे्र और फागिंग कराई जा रही है।     
डा. नितिन आनंद पंत
चिकित्साधीक्षक, ठाकुरद्वारा