शिव विवाह का वर्णन सुन श्रद्धालू भावविभोर
ठाकुरद्वारा। श्रीमद् भागवत कथा में शिव विवाह का वर्णन किया गया। इसको सुनकर श्रद्धालू भावविभोर हो उठे। सुरजन नगर चैकी क्षेत्र के ग्राम दूल्हापुर सबलपुर में शिव मंदिर पर चल रही श्रमभागवत कथा में श्रीभीष्माचार्य महाराज ने पूजापाठ के साथ ही शिव विवाह का
ठाकुरद्वारा। श्रीमद् भागवत कथा में शिव विवाह का वर्णन किया गया। इसको सुनकर श्रद्धालू भावविभोर हो उठे। सुरजन नगर चैकी क्षेत्र के ग्राम दूल्हापुर सबलपुर में शिव मंदिर पर चल रही श्रमभागवत कथा में श्रीभीष्माचार्य महाराज ने पूजापाठ के साथ ही शिव विवाह का वर्णन किया।
उन्होंने कहा कि भगवान शिव और पार्वती के विवाह का प्रसंग बहुत मंगलकारी है। इस कथा को सुनने मात्र से लोगों के मनोरथ पूर्ण होते हैं। शिव पुराण में भी इसका अत्यधिक महत्व है। इसमें महिलाओं ने मां पार्वती को कलीरे, सूट आदि का सामान भी भेंट किया। इसमें चेतन सिंह चैहान, मितान सिंह, जगदीश सिंह, जयगोपाल सिंह, धर्मपाल सिंह, ओमवती देवी, कंचन, रीता, मीनाक्षी, अनीता, कुसुमलता आदि थे।
उन्होंने कहा कि भगवान शिव और पार्वती के विवाह का प्रसंग बहुत मंगलकारी है। इस कथा को सुनने मात्र से लोगों के मनोरथ पूर्ण होते हैं। शिव पुराण में भी इसका अत्यधिक महत्व है। इसमें महिलाओं ने मां पार्वती को कलीरे, सूट आदि का सामान भी भेंट किया। इसमें चेतन सिंह चैहान, मितान सिंह, जगदीश सिंह, जयगोपाल सिंह, धर्मपाल सिंह, ओमवती देवी, कंचन, रीता, मीनाक्षी, अनीता, कुसुमलता आदि थे।