गरीब बच्चों को दान कर दिए 50 लाख, अब खुद किराए पर रहकर बेचती है सब्जी

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गरीब बच्चों को दान कर दिए 50 लाख, अब खुद किराए पर रहकर बेचती है सब्जी

राजस्थान के आदिवासी बाहुल्य डूंगरपुर जिले की एक अनपढ़ महिला ने जीवन में शिक्षा की महत्ता को समझते हुए अपनी बेशकीमती जमीन सरकारी स्कूल को दान कर दी है और खुद अब किराए के एक कमरे में अपने दो बेटों के साथ जिंदगी बसर कर रही है। यूं तो सभी दान महत्वपूर्ण


गरीब बच्चों को दान कर दिए 50 लाख, अब खुद किराए पर रहकर बेचती है सब्जी राजस्थान के आदिवासी बाहुल्य डूंगरपुर जिले की एक अनपढ़ महिला ने जीवन में शिक्षा की महत्ता को समझते हुए अपनी बेशकीमती जमीन सरकारी स्कूल को दान कर दी है और खुद अब किराए के एक कमरे में अपने दो बेटों के साथ जिंदगी बसर कर रही है।

यूं तो सभी दान महत्वपूर्ण होते हैं लेकिन खुद अभावों में रहकर भी इतना बड़ा कदम उठा लेना आसान नहीं होता। डूंगरपुर शहर के विजयगंज कॉलोनी में रहने वाली कमला भोई खुद निरक्षर हैं, लेकिन शिक्षा का महत्व समझती हैं।

कमला देवी ने बीते कुछ दिनों पहले किशनलाल गर्ग राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यायल को कुल 2686 वर्गफीट (34 गुणा 79 फीट) जमीन दान की है। इस जमीन की डीएलसी दर 34 लाख रुपए है, जबकि बाजार मूल्य 50 लाख रुपए से अधिक है।

वर्तमान में कमला भोई अपने दो बेटों के साथ विजयगंज कॉलोनी में किराए के एक कमरे में रहती हैं और सब्जी बेचकर अपने बेटों के साथ जीवन बसर कर रही हैं। बच्चों की शिक्षा के लिए अपनी बेशकीमती जमीन दान करके कमला बहुत खुश हैं। लाखों की जमीन स्कूल को दान करके कमला ही नहीं बल्कि बेटे और रिश्तेदार भी गर्व महसूस कर रहे हैं। उनका मानना है कि कमला के इस कदम से स्कूल में पढ़ने वाले हजारों बच्चों का भविष्य सुधरेगा।

जानकारी के मुताबिक किशनलाल गर्ग स्कूल को लाखों रुपए की जमीन का दान करवाने में स्कूल के प्रिंसिपल अशोक भट्ट ने प्रेरक की भूमिका निभाई है। विद्यालय प्रशासन का कहना है कि विद्यालय को यह जमीन मिलने पर विद्यालय को काफी फायदा पहुंचेगा। हाल ही में स्कूल में विज्ञान व गणित संकाय खुला है जिससे वहां लैब बनने के साथ अन्य कमरे बनेंगे। इससे बच्चों को अध्यापन कार्य में काफी मदद मिलेगी।