इस मंदिर में पूजा-अर्चना करती थी द्रौपदी!

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

  1. Home
  2. home

इस मंदिर में पूजा-अर्चना करती थी द्रौपदी!

मेरठ से करीब 38 किमी की दूरी पर गंगा किनारे बसा महाभारतकालीन हस्तिनापुर (जंबूद्वीप) प्रसिद्ध धर्म स्थलों में से एक है। खास बात यह है कि यहां देश ही नहीं विदेशों से पर्यटक घूमने आते हैं। इससे भी खास बात यह है कि हस्तिनापुर सुंदरतम स्थलों में शुमार है


इस मंदिर में पूजा-अर्चना करती थी द्रौपदी!मेरठ से करीब 38 किमी की दूरी पर गंगा किनारे बसा महाभारतकालीन हस्तिनापुर (जंबूद्वीप) प्रसिद्ध धर्म स्थलों में से एक है। खास बात यह है कि यहां देश ही नहीं विदेशों से पर्यटक घूमने आते हैं। इससे भी खास बात यह है कि हस्तिनापुर सुंदरतम स्थलों में शुमार है। बताया जाता है कि द्रौपदी यहीं के एक मंदिर में पूजा-अर्चना करती थी।

यहां कलकल बहती पतित पावन गंगा और अन्य छोटी-छोटी नदियां, जड़ी बूटी और दुर्लभ प्रजाति के जीव जंतु की अभ्यारण्य में बहुतायत में है।

यहां का प्राकृतिक सौंदर्य और भौगोलिक स्थिति इतनी आकर्षक है कि देश के कोने-कोने से श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। विश्व के कई देशों से पक्षी यहां आकर शरद ऋतु में प्रवास करते हैं।

बता दें कि यहां आरक्षित वन जंगल एवं झीले होने से प्राकृतिक सौंदर्य अनुपम है। हस्तिनापुर जैन, हिंदू एवं सिख धर्म की पवित्र स्थली है। प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु इस धार्मिक स्थल के दर्शन करने आते हैं।