यहां दशहरा पर मिट्टी के अर्धनग्न रावण का होता है वध
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ में धमतरी के नगरी ब्लॉक के सोनामगर गांव में दशहरे के अगले दिन रावण वध की परंपरा है। यहां गीली मिट्टी से रावण की प्रतिमा बनाई जाती है। यह प्रतिमा अर्घनग्न अवस्था में होती है। इस वजह से इस कार्यक्रम में औरतों को शामिल होने की मनाही
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ में धमतरी के नगरी ब्लॉक के सोनामगर गांव में दशहरे के अगले दिन रावण वध की परंपरा है। यहां गीली मिट्टी से रावण की प्रतिमा बनाई जाती है। यह प्रतिमा अर्घनग्न अवस्था में होती है।
इस वजह से इस कार्यक्रम में औरतों को शामिल होने की मनाही होती है। मिट्टी से बने रावण के पुतले को मां शीतला मंदिर की कटार से वारकर काटा जाता है। प्रतिमा के टुकडे़ किए जाते हैं। ग्रामीण मिलकर हमला करते हैं। मिट्टी के टुकड़ों को इसे बाद घर लेकर जाते है, तब ही दशहरा पर्व पूर्ण माना जाता है।
इस वजह से इस कार्यक्रम में औरतों को शामिल होने की मनाही होती है। मिट्टी से बने रावण के पुतले को मां शीतला मंदिर की कटार से वारकर काटा जाता है। प्रतिमा के टुकडे़ किए जाते हैं। ग्रामीण मिलकर हमला करते हैं। मिट्टी के टुकड़ों को इसे बाद घर लेकर जाते है, तब ही दशहरा पर्व पूर्ण माना जाता है।