यहां शादी से पहले ही ससुराल पहुंच जाती है दुल्हन...

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

  1. Home
  2. home

यहां शादी से पहले ही ससुराल पहुंच जाती है दुल्हन...

शादी से दो दिन पहले दुल्हन की विदाई…बात सुनने में भले ही अटपटी लगे, लेकिन यह हकीकत है। झारखंड के उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल में शादी की यह अनोखी परंपरा काफी वर्षों से चली आ रही है। यहां दूल्हे के परिजन लग्नबंधी (स्थानीय रिवाज) करने दुल्हन के घर जाते


यहां शादी से पहले ही ससुराल पहुंच जाती है दुल्हन...
शादी से दो दिन पहले दुल्हन की विदाई…बात सुनने में भले ही अटपटी लगे, लेकिन यह हकीकत है। झारखंड के उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल में शादी की यह अनोखी परंपरा काफी वर्षों से चली आ रही है। यहां दूल्हे के परिजन लग्नबंधी (स्थानीय रिवाज) करने दुल्हन के घर जाते हैं और बिन शादी के ही कन्या को विदा करा अपने घर ले आते हैं।
एक से दो दिनों तक दुल्हन घर की बुजुर्ग महिलाओं के साथ रहती है। फिर दुल्हन के पिता और परिजन बारात लेकर पहुंचते हैं। अपने घर पहुंचे बारात में दूल्हा भी शामिल होता है। यहीं पिता कन्यादान करते हैं। लड़के के घर ही शादी की रस्म पूरी की जाती है। फिर दुल्हन को वहीं छोड़ बारात विदा हो जाती है। प्रमंडल में यह रिवाज दोला नाम से जाना जाता है। हाल के वर्षों में कई हिंदू जातियों में इस परंपरा से शादियां हो रही हैं। इसका प्रचलन भी तेजी से बढ़ा है। खासकर दहेज प्रथा के खिलाफ यह एक बड़ा उदाहरण है।
परंपरा के साथ-साथ ये शादियां सामाजिक संदेश भी देती हैं। अधिकांश शादियां बिना दान-दहेज की ही होती हैं। सबसे बड़ी बात यह होती है कि शादी का पूरा खर्च भी लड़के पक्ष के द्वारा किया जाता है। बारातियों का स्वागत भी वे अपने घरों में सामान्य शादी की तरह ही करते हैं।