65 की उम्र में भी बनती है मां, यहां नहीं आता किसी औरत को बुढ़ापा!

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65 की उम्र में भी बनती है मां, यहां नहीं आता किसी औरत को बुढ़ापा!

नई दिल्ली। दुनियाभर में ऐसी कई जगहें हैं, जिनकी चर्चा वहां की महिलाओं की खूबसूरती की वजह से होती है। आज हम आपको एक ऐसी ही जगह के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां की महिलाओं की खूबसूरती एक्ट्रेस को भी मात देती है। हम बात कर रहे हैं पाकिस्तान के काराको


65 की उम्र में भी बनती है मां, यहां नहीं आता किसी औरत को बुढ़ापा!
नई दिल्ली। दुनियाभर में ऐसी कई जगहें हैं, जिनकी चर्चा वहां की महिलाओं की खूबसूरती की वजह से होती है। आज हम आपको एक ऐसी ही जगह के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां की महिलाओं की खूबसूरती एक्ट्रेस को भी मात देती है।

हम बात कर रहे हैं पाकिस्तान के काराकोरम की पहाड़ियों पर रहने वाले हुंजा जाति की, जो न केवल महिलाओं की खूबसूरती के लिए फेमस है। बल्कि, यहां की महिलाएं 65 साल की उम्र में भी बच्चे को जन्म देती हैं। और भी जानिए इनके बारे में.उत्तरी पाकिस्तान की काराकोरम की पहाड़ियों में बसे हुंजा जाति की महिलाओं की संख्या लगभग 87 हजार है। ये दिखने में अपनी उम्र से काफी कम नजर आती हैं।

हुंजा समुदाय के लोग फिजिकली और मेंटली बहुत स्ट्रॉन्ग होते हैं। यहां कि महिलाएं 65 साल की उम्र में भी बच्चे को जन्म देती हैं और इसमें उन्हें कोई परेशानी भी नहीं होती। वहीं इनके मर्द 90 साल में भी पिता बन सकते हैं।इस्लाम धर्म का पालन करने वाले इन लोगों की आयु भी सामान्य से बहुत अधिक हैं, इस जाति के लोग करीब 120 साल तक जिंदा रहते हैं।

इनकी लाइफस्टाइल ही इनके लंबे जीवन का रहस्य है। ये लोग सुबह 5 बजे उठ जाते हैं और पैदल खूब घूमते हैं।यह लोग बीमार भी कम पड़ते हैं क्योंकि अपने खान-पान पर काफी ध्यान देते हैं। कहा जाता है कि ये लोग दिन में केवल दो बार ही खाना खाते हैं।हुंजा जाति के लोग वही खाना खाते हैं, जिसकी पैदावार वो खुद करते हैं। यहां के लोग प्रतिदिन अखरोट का सेवन करते हैं। इनका दूध, फल, मक्खन सब चीजें प्योर होती हैं। गार्डन में पेस्टिसाइड स्प्रे करना इस कम्युनिटी में बैन है।हुंजा वैली पाकिस्तान की सबसे ज्यादा पसंदीदा टूरिस्ट डेस्टिनेशंस में से एक है।दुनियाभर से लोग यहां की पहाड़ों में छुपी खूबसूरती देखने आते हैं।