यहां के लोग खाने में भी डाल देते हैं सोना...
हमारे पड़ोसी देश म्यांमार को कभी बर्मा कहा जाता था। पर, पूर्वी एशियाई देशों के बीच ये स्वर्णभूमि के तौर पर मशहूर है। आप बर्मा या म्यांमार के शहरों के ऊपर से गुजरें तो पूरी जमीन के ऊपर सुनहरी चादर सी तनी नजर आती है। आप आसमान से जमीन पर उतरें तो आप को
हमारे पड़ोसी देश म्यांमार को कभी बर्मा कहा जाता था। पर, पूर्वी एशियाई देशों के बीच ये स्वर्णभूमि के तौर पर मशहूर है। आप बर्मा या म्यांमार के शहरों के ऊपर से गुजरें तो पूरी जमीन के ऊपर सुनहरी चादर सी तनी नजर आती है।
आप आसमान से जमीन पर उतरें तो आप को कदम-कदम सुनहरे बौद्ध मंदिर दिखाई देंगे। सबसे बड़े मंदिर तो पहाड़ों पर स्थित हैं। वहीं, छोटे-छोटे मंदिर पुराने पेड़ों के नीचे या लोगों के घरों के सामने बने दिखते हैं।
यूं कहें कि हर तरफ सोना ही सोना नजर आता है। इरावदी नदी इस स्वर्णभूमि के दिल से गुजरती है। इसके किनारे ही असली बर्मा या म्यांमार है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार मांडले के पेशेवर गाइड सिथु हतुन कहते हैं कि बर्मा की संस्कृति में सोने की बहुत अहमियत है। यहां अभी भी परंपरागत तरीके से ही सोने को तरह-तरह के रंग-रूप में ढाला जाता है। इस बात का खास ख्याल रखा जाता है कि सोना पूरी तरह से शुद्ध है।
यहां की स्थानीय शराब में भी सोने के ये पत्तर डाले जाते हैं। स्थानीय शराब को व्हाइट व्हिस्की के नाम से जानते हैं। इनकी बोतलों में सोने के पतले पत्तर डाल कर हिलाया जाता है। फिर इस सोने मिली शराब को गिलास में डालकर लोग उसका लुत्फ लेते हैं।
आप आसमान से जमीन पर उतरें तो आप को कदम-कदम सुनहरे बौद्ध मंदिर दिखाई देंगे। सबसे बड़े मंदिर तो पहाड़ों पर स्थित हैं। वहीं, छोटे-छोटे मंदिर पुराने पेड़ों के नीचे या लोगों के घरों के सामने बने दिखते हैं।
यूं कहें कि हर तरफ सोना ही सोना नजर आता है। इरावदी नदी इस स्वर्णभूमि के दिल से गुजरती है। इसके किनारे ही असली बर्मा या म्यांमार है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार मांडले के पेशेवर गाइड सिथु हतुन कहते हैं कि बर्मा की संस्कृति में सोने की बहुत अहमियत है। यहां अभी भी परंपरागत तरीके से ही सोने को तरह-तरह के रंग-रूप में ढाला जाता है। इस बात का खास ख्याल रखा जाता है कि सोना पूरी तरह से शुद्ध है।
यहां की स्थानीय शराब में भी सोने के ये पत्तर डाले जाते हैं। स्थानीय शराब को व्हाइट व्हिस्की के नाम से जानते हैं। इनकी बोतलों में सोने के पतले पत्तर डाल कर हिलाया जाता है। फिर इस सोने मिली शराब को गिलास में डालकर लोग उसका लुत्फ लेते हैं।