6 साल की बच्ची को उठा ले गई पुलिस, इस जुर्म में जुवेनाइल डिटेंशन सेंटर ले जाया गया
फ्लोरिडा। पुलिस एक 6 साल की बच्ची को जुवेनाइल डिटेंशन सेंटर में ले गई। आम तौर पर दुनिया में कहीं भी इतनी छोटी बच्ची को डिटेंशन सेंटर में नहीं ले जाया जाता। अमेरिका जैसे विकसित देश में इस तरह की घटना का होना वाकई हैरतअंगेज बात है। बच्ची का नाम काइया
फ्लोरिडा। पुलिस एक 6 साल की बच्ची को जुवेनाइल डिटेंशन सेंटर में ले गई। आम तौर पर दुनिया में कहीं भी इतनी छोटी बच्ची को डिटेंशन सेंटर में नहीं ले जाया जाता। अमेरिका जैसे विकसित देश में इस तरह की घटना का होना वाकई हैरतअंगेज बात है। बच्ची का नाम काइया रोले है, जो पहली कक्षा में पढ़ती है।
पुलिस ने बच्ची को डिटेंशन सेंटर में ले जाने की वजह यह बताई कि उसने अपनी टीचर को लात मार दी थी। पुलिस इस मामूली-सी बात के लिए बच्ची को हथकड़ी पहना कर जुवेनाइल डिटेंशन सेंटर ले गई।
उस बच्ची की दादी ने बताया कि उसकी पोती स्लीप एप्निया नाम की बीमारी से पीड़ित है, जिसके चलते कई बार वह खुद पर नियंत्रण नहीं रख पाती है। उसने जानबूझ कर अपनी टीचर को लात नहीं मारी होगी। बीमारी की वजह से अनजाने में उससे ऐसा हो गया होगा।
बच्ची ऑरलैंडो के चार्टर स्कूल ल्युशियस एंड एम्मा निक्सन एकेडमी में पढ़ती है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बच्ची को टीचर पर हमला करने के आरोप में पकड़ा गया और डिटेंशन सेंटर ले जाया गया।
पुलिस ने बच्ची के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार करते हुए उसकी उंगलियों के निशान लिए और उसकी तस्वीर ली। इसके बाद बच्ची को छोड़ दिया गया। पुलिस का कहना है कि उसे 16 अक्टूबर को कोर्ट में पेश किया जाएगा। अगर वह कोर्ट में पेश नहीं हुई तो उसकी गिरफ्तारी का वारंट जारी किया जाएगा।
इस घटना पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं और इसे अजीबोगरीब बता रहे हैं। लोगों का कहना है कि बच्ची का अपराध इतना बड़ा नहीं था कि उसे जुवेनाइल डिटेंशन सेंटर ले जाया जाता। एक मामूली बात के लिए बच्ची को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा जाना भी गलत है।
पुलिस ने बच्ची को डिटेंशन सेंटर में ले जाने की वजह यह बताई कि उसने अपनी टीचर को लात मार दी थी। पुलिस इस मामूली-सी बात के लिए बच्ची को हथकड़ी पहना कर जुवेनाइल डिटेंशन सेंटर ले गई।
उस बच्ची की दादी ने बताया कि उसकी पोती स्लीप एप्निया नाम की बीमारी से पीड़ित है, जिसके चलते कई बार वह खुद पर नियंत्रण नहीं रख पाती है। उसने जानबूझ कर अपनी टीचर को लात नहीं मारी होगी। बीमारी की वजह से अनजाने में उससे ऐसा हो गया होगा।
बच्ची ऑरलैंडो के चार्टर स्कूल ल्युशियस एंड एम्मा निक्सन एकेडमी में पढ़ती है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बच्ची को टीचर पर हमला करने के आरोप में पकड़ा गया और डिटेंशन सेंटर ले जाया गया।
पुलिस ने बच्ची के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार करते हुए उसकी उंगलियों के निशान लिए और उसकी तस्वीर ली। इसके बाद बच्ची को छोड़ दिया गया। पुलिस का कहना है कि उसे 16 अक्टूबर को कोर्ट में पेश किया जाएगा। अगर वह कोर्ट में पेश नहीं हुई तो उसकी गिरफ्तारी का वारंट जारी किया जाएगा।
इस घटना पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं और इसे अजीबोगरीब बता रहे हैं। लोगों का कहना है कि बच्ची का अपराध इतना बड़ा नहीं था कि उसे जुवेनाइल डिटेंशन सेंटर ले जाया जाता। एक मामूली बात के लिए बच्ची को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा जाना भी गलत है।