कश्मीर की क्रिकेट बैट निर्माता अकेली महिला रिफत मसूदी हो रहीं फेमस

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कश्मीर की क्रिकेट बैट निर्माता अकेली महिला रिफत मसूदी हो रहीं फेमस

नई दिल्ली। घाटी में हमेशा तनाव झेलने वाले इलाके नरवर में जब रिफत मसूदी नाम की महिला की चर्चा होती है तो कुछ देर के लिए ही सही पत्थरबाजी और सुरक्षाबलों से झड़पों के बीच बदलाव की उम्मीद जगती दिखती है। यह महिला अपनी हिम्मत के दम पर कई साल से घाटी की शक


कश्मीर की क्रिकेट बैट निर्माता अकेली महिला रिफत मसूदी हो रहीं फेमसनई दिल्ली। घाटी में हमेशा तनाव झेलने वाले इलाके नरवर में जब रिफत मसूदी नाम की महिला की चर्चा होती है तो कुछ देर के लिए ही सही पत्थरबाजी और सुरक्षाबलों से झड़पों के बीच बदलाव की उम्मीद जगती दिखती है। 

यह महिला अपनी हिम्मत के दम पर कई साल से घाटी की शक्ल बदलने में अपनी भूमिका निभा रही हैं। जम्मू-कश्मीर में क्रिकेट बैट बनाने वाली अकेली महिला रिफत का सपना है कि भारतीय क्रिकेट स्टार्स उनके बैट्स से चौके-छक्के उड़ाएं। फिलहाल, वह घाटी के युवाओं, खासकर लड़कियों के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं। 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रिफत की कहानी साल 1999 में शुरू हुई थी जब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी बस से पाकिस्तान गए थे। 

रिफत बताती हैं, शांति के लिए उनकी कोशिशों से कश्मीर में भी सामान्य माहौल बनना शुरू हुआ। देशभर में कश्मीरी सामान के लिए लोगों की दिलचस्पी बननी शुरू हुई।

रिफत के ससुर ने 1970 में बैट बनाने के लिए इकाई शुरू की थी जिसमें वह कश्मीर की लकड़ी का इस्तेमाल करते थे। हालांकि, 1990 में विद्रोह के साथ ही उनके बिजनस को नुकसान होने लगा। जालंधर के बैट निर्माताओं ने उनकी जगह ले ली। तब 1991 में रिफत ने बिजनस में दोबारा जान फूंकने का फैसला किया।