जानिए किन वजहों से पीरियड्स आते हैं लेट या जल्दी
नई दिल्ली। पीरियड्स महिलाओं के लिए एक कड़वे सच की तरह है। लेकिन इस चक्र में अनियमितता की वजह से महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जहां कुछ महिलाओं के पीरियड देरी से आते है तो वहीं कुछ महिलाओं के माहवारी चक्र पूरा होने से पहले ही कुछ म
नई दिल्ली। पीरियड्स महिलाओं के लिए एक कड़वे सच की तरह है। लेकिन इस चक्र में अनियमितता की वजह से महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जहां कुछ महिलाओं के पीरियड देरी से आते है तो वहीं कुछ महिलाओं के माहवारी चक्र पूरा होने से पहले ही कुछ महिलाओं को पीरियड आ जाता है।
समय से और नियमित तौर से माहवारी आना महिलाओं की सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है। अगर आप लगातार अनियमित माहवारी का सामना कर रही है तो आपको सावधान होने की जरुरत है। आइए जानते है आखिर क्यों कई बार महिलाओं को अनियमित पीरियड जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
एक या दो दिन देरी से पीरियड आना या जल्दी आना फिर भी सामान्य सी बात है। पीरियड्स चक्र 28 दिनों का होता है। अगर पीरियड एक हफ्ते देरी से आते है या पहले ही आते है तो यह आपके लिए चिंताजनक है और इस दौरान महिलाओं को असहनीय दर्द भी सहना पड़ता है। यहां हम बता रहे है कि जल्दी और देरी से पीरियड्स आने की वजह से क्या क्या हेल्थ रिलेटेड समस्याएं हो सकती है।
हार्मोनल असंतुलन : यदि आपके पीरियड अनियमित है तो आपको जांच कराने की जरुरत है कि कहीं हार्मोन में तो कुछ गड़बड़ नहीं हैं, क्योंकि हार्मोन अंसतुलन होने की वजह इसका असर सीधा पीरियड्स में पड़ता है। एन्डोमीट्रीओसिस एंडोमीट्रीओसिस एक ऐसी स्थिति होती है, जहां गर्भाशय, योनि की दीवारों और फैलोपियन ट्यूबों के अस्तर में एक ऊतक का विकास होता है। जिसकी वजह से पीरियड्स में अनियमिताएं होती है। पौषण की अंसयमिता नियमित पीरियड्स के लिए जरुरी है एक पौष्टिक आहार। जब शरीर में निश्चित पौषक तत्वों की कमी होने लगती है तो इसका असर पीरियड्स में दिखता है।
तनाव : स्ट्रेस का असर महिलाओं के पीरियड्स पर देखने पर मिलता है। जब कोई महिला तनाव में होती है तो शरीर से कॉर्टिसॉल और एड्रेनालाईन हार्मोन शरीर से निकलते है। जिसके वजह से पीरियड्स इफेक्ट होते है। थाईराइड की समस्या चाहे हाइपरथायरॉडीज या हाइपोथायरायडिज्म हो, दोनों ही मामलों में पीरियड्स चक्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। थाइराइड का स्तर ज्यादा हो या कम लेकिन ये पीरियड्स के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है।
PCOS : Polycystic Ovarian Syndrome (PCOS) हार्मोन्स की गड़बड़ी या असंतुलन की वजह से होता है। इस सिंड्रोम की वजह से ऑवरीज में अंडों का विकास होने में असफल हो जाता है। जिसकी वजह से पीरियड्स में समस्या होती है।